मॉस्को 07 अप्रैल (हि. स.)। रूस और यूक्रेन की सीमा पर बढ़ते तनाव के कारण दोनों देशों के बीच युद्ध की आशंका गहराती जा रही है। दोनों देशों के बीच इस तनाव के कारण यूरोप में हाई अलर्ट है। रूस के एक सैन्य विश्लेषक के अनुसार अगर संकट का समाधान समय रहते नहीं किया गया तो कोरोना महामारी के बीच विश्व को भीषण युद्ध का सामना करना पड़ सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार रूस ने हाल ही में विवादित सीमा पर अपने 4 हजार सैनिकों को भेजा है। इसके बाद से दोनों देशों के बीच का तनाव युद्ध के संकट की तरफ बढ़ रहा है।
रूसी सैन्य विश्लेषक पावेल फेलगेनहर के अनुसार संकट इतना बड़ा है कि भले विश्व स्तर पर युद्ध बच जाय, तो भी यूरोप में युद्ध हो सकता है। सीमा पर चार हजार रूसी सैनिकों के साथ टैंक और बख्तरबंद वाहनों के भेजे जाने के राष्ट्रपति ब्लादीमीर पुतिन के फैसले से बुरे संकेत दिखाई दे रहे हैं।
विश्लेषक पावेल फेलगेनहर के अनुसार यह विवाद केवल दो देशों तक ही सीमित नहीं रहेगा। इसमें यूरोपीय या विश्व स्तर पर युद्ध का रूप लेने की भी आशंका है। इसका कारण यूक्रेन का नाटो समर्थक देश होना है। उस पर हमला होने की स्थिति में रूस के खिलाफ नाटों के कई देश यूक्रेन की तरफ से युद्ध में भाग ले सकते हैं। हाल ही में अमेरिका से सैन्य हथियारों से लदा एक कार्गो शिप यूक्रेन पहुंचा था, जिस पर रूस ने कड़ी आपत्ति जताई थी।
हालांकि रूस का कहना है कि यूक्रेन के साथ लगने वाली उसकी सीमा पर रूसी सैन्य अभ्यास चल रहा है। इससे यूक्रेन या फिर किसी और के लिए कोई खतरा नहीं है। यह किसी युद्ध की तैयारी नहीं है।
यूक्रेन और रूस के बीच विवादित क्षेत्रों को लेकर तनाव चल रहा है। दोनों ही देश एक दूसरे पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाते रहे हैं।