-मुख्यमंत्री ने वाराणसी में संचारी रोग नियंत्रण अभियान का किया आगाज, एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखा किया रवाना
वाराणसी, 28 फरवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोलापुर से संचारी रोग नियंत्रण अभियान और राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान का आगाज किया। एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2020 से हर रविवार को प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मुख्यमंत्री आरोग्य मेला का आयोजन शुरू हुआ था। वैश्विक महामारी कोरोना के चलते पहले सिर्फ छह-सात मेला हो पाए थे। उस समय तक 30 लाख से अधिक लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। आज फिर से मुख्यमंत्री आरोग्य मेला के दिन संचारी रोग अभियान आरम्भ हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले दिमागी बुखार के कारण पूर्वी उत्तर प्रदेश में हर साल हजारों लोग संक्रमित होते थे, सैकड़ों मौतें भी होती थीं। 40-45 वर्षों तक किसी ने इसका हाल नहीं लिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के जिन 38 जिलों में दिमागी बुखार के मामले सामने आते थे। अब पूरी तरह नियंत्रित करने की दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार कई बीमारियों के खिलाफ अभियान चला रही है।
मुख्यमंत्री ने कोरोना काल का उल्लेख कर कहा कि लगभग दस महीने तक वैश्विक महामारी से जूझते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई लड़ाई को आगे बढ़ाते हुए देश और प्रदेश में कोरोना को मात दिया गया। आज देश में दो वैक्सीन आ गई हैं। सोमवार से यह वैक्सीन सरकारी के साथ निजी अस्पतालों में भी उपलब्ध होंगी। मुख्यमंत्री ने पूरे विश्वास से कहा कि प्रदेश में आज कोरोना संक्रमण सबसे न्यूनतम स्तर पर है। उन्होंने बताया कि मस्तिष्क ज्वर के उपचार के लिए प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को नोडल विभाग बनाते हुए अभियान प्रारंभ किया। राजधानी लखनऊ में जेई टीकाकरण का एक विशेष अभियान प्रारंभ किया गया।
राजधानी लखनउ से मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से सीधे चोलापुर स्वास्थ्य केंद्र के समीप बने अस्थाई हेलीपैड पर उतरे। यहां प्रदेश के मंत्रियों और विधायकों के साथ प्रशासनिक अफसरों ने उनकी अगवानी की। यहां मुख्यमंत्री ने प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर के साथ चोलापुर स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण भी किया। परिसर में स्वास्थ्य मेले का भी अवलोकन कर उन्होंने लोगों से बातचीत की।