-ढाई घंटे बाद प्रशासन ने हाइवे को खाली कराया
अगरतला, 29 जनवरी (हि.स.)। जंगली हाथी के हमले में मारी गयी एक आदिवासी महिला के शव को लेकर उनके परिवार के सदस्यों और करीबी रिस्तेदारों ने हाईवे को अवरुद्ध कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। खिलींटी देवबर्मा के शव के साथ शुक्रवार की दोपहर करीब 01.30 बजे चकमघाट इलाके में असम-अगरतला हाईवे पर नाराज लोगों ने पथावरोध कर दिया।
हाईवे की नाकाबंदी से दोनों ओर बड़ी संख्या में वाहनों की लंबी कतार लग गयी। मृतक के परिवार को 05 लाख रुपये की आर्थिक सहायता, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और हाथी घूमने वाले क्षेत्र में सख्त सुरक्षा उपायों की मांग पूरी होने का आश्वासन मिलने के बाद ही अवरोध हटाने की प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी। करीब ढाई घंटे बाद प्रशासन से आश्वासन मिलने के बाद प्रदर्शनकारियों ने हाईवे को खाली किया।
ज्ञात हो कि गुरुवार को जंगली हाथी के हमले में 50 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई थी। इस घटना ने खोवाई जिला के तेलियामुरा उपखंड के तहत उत्तर महारानीपुर क्षेत्र में लोगों में आतंक और गुस्सा पैदा कर दिया था। गुरुवार की शाम हो जाने से खिलींटी देवबर्मा का शव तेलियामुरा सब-डिविजनल अस्पताल के मुर्दाघर में रखा गया था। शुक्रवार को शव परिजनों को सौंप दिया गया।
सूत्रों ने बताया है कि एक कार (टीआर-01बी-4181) गुरुवार की शाम लगभग 04.30 बजे उत्तर महारानीपुर क्षेत्र से तेलियामुरा की ओर जा रही था। उत्तरी महारानीपुर एसपीओ शिविर से सटे क्षेत्र में उक्त कार पर अचानक एक जंगली हाथी ने हमला कर दिया। हाथी के हमले को देखकर कार में सवार अन्य लोग आत्मरक्षा के लिए मौके से भाग खड़े हुए। हालांकि, खिलींटी देवबर्मा कार से बाहर नहीं निकल सकीं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जंगली हाथी के हमले में महिला गंभीर रूप से घायल हो गयी। बेहोशी की अवस्था में महिला को अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जंगली हाथी के उत्पात से एक महिला की मौत से कृष्णापुर इलाके में दहशत का माहौल है। हालांकि, तेलियामुरा उपखंड के विभिन्न क्षेत्रों में जंगली हाथी अक्सर कृष्णापुर, उत्तर महारानीपुर और कपालिटिला सहित तमाम इलाके में तोडफ़ोड़ करते रहते हैं। घरों, खेत को नष्ट कर देते हैं। जंगली हाथी के हमले से सार्वजनिक सुरक्षा में विफल रहे प्रशासन की भूमिका पर स्थानीय लोगों में नाराजगी व्यक्त किया है।