नई दिल्ली, 29 जनवरी (हि.स.)। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने नई शिक्षा नीति-2020 के कार्यान्वयन में समन्वय के लिए सभी संबंधित मंत्रालयों में नोडल अधिकारियों की नियुक्ति का निर्देश दिया है।
शिक्षा मंत्रालय के शुक्रवार को जारी बयान के अनुसार केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने अपने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ नई शिक्षा नीति-2020 के कार्यान्वयन की समीक्षा की। इसके बाद उन्होंने नीति के निर्बाध कार्यान्वयन के समन्वय के लिए सभी संबंधित मंत्रालयों में नोडल व्यक्तियों की नियुक्ति का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में कार्यान्वयन के लिए पहचाने गए सभी 181 कार्यों के लिए, प्रत्येक कार्य का नेतृत्व स्वयं टीम लीडर को करना चाहिए।
मंत्री ने बताया कि सरकार जल्द ही वर्चुअल विश्वविद्यालयों की स्थापना के लिए आवश्यक कदम उठाएगी, जो मुक्त विश्वविद्यालयों की अवधारणा से अलग हैं। यह एनईपी में उल्लेखित उच्च शिक्षा में वांछित जीईआर प्राप्त करने में मदद करेगा।
पोखरियाल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा प्रौद्योगिकी मंच (एनईटीएफ) को यूजीसी और एआईसीटीई में वरीयता दी जानी चाहिए और इसे तुरंत काम शुरू करना चाहिए। उन्होंने उच्च शिक्षा में मातृ भाषाओं में अध्ययन प्रदान करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग तकनीक का उपयोग करने का आह्वान किया।
पोखरियाल ने कहा कि स्टडी इन इंडिया कार्यक्रम की ब्रांडिंग व्यापक स्तर पर की जानी चाहिए। उन्होंने स्टे इन इंडिया कार्यक्रम के लिए गठित समिति को मिशन मोड में काम करने और 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा। उन्होंने कहा कि समिति को पढ़ाई के लिए विदेश जाने वाले छात्रों के पीछे के कारणों का विश्लेषण करना चाहिए।