- जून, 2019 से बंद चल रहे एयरपोर्ट को अब हर मौसम में लिए तैयार किया गया
- 19 माह बाद आज विमान की लैंडिंग होने पर दिया गया कैनन से सैल्यूट
गंगटोक, 23 जनवरी (हि.स.)। पूर्वोत्तर भारत के एक मात्र ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट पाक्योंग में शनिवार को लगभग 19 महीने के बाद हवाई जहाज उतरा। दिल्ली से 57 यात्री लेकर स्पाइस जेट के बम्बार्डियर क्यू 400 एयरक्राफ्ट ने आज दोपहर करीब 12ः10 बजे पाक्योंग एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंडिंग की। आज ही 21 यात्री लेकर हवाई जहाज दिल्ली के लिए रवाना हो गया। सीनियर पायलट कैप्टन श्रीहांसु सरकार ने जब एयरपोर्ट पर सफलतापर्वूक विमान की लैंडिंग कराई तो वाटर कैनन से सैल्यूट देकर स्वागत किया गया।
पूर्वी सिक्किम के पाक्योंग ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 24 अक्टूबर, 2018 को किया था। इसके बाद स्पाइस जेट ने पाक्योंग से कोलकाता और गुवाहाटी के लिए उड़ान सेवा शुरू की थी। प्रतिकूल मौसम, रनवे के लिए और अधिक जगह की आवश्यकता तथा जमीन विवाद के चलते हवाई सेवा बार-बार रद्द हो रही थी। इसी बीच जून, 2019 से एयरपोर्ट पूर्ण रूप से बंद हो गया। इस बार 19 माह बाद इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम और रिक्वायर्ड नेविगेशन परफमेंस जैसी तकनीक के साथ देश की राजधानी नई दिल्ली से पाक्योंग तक उड़ान सेवा आरंभ की गई है।
राज्य सरकार के पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग के विशेष सचिव कपिल मीना ने कहा कि इस तकनीक से हवाई जहाज प्रतिकूल मौसम में भी लैंड कर सकता है। आगामी 28 जनवरी से निजी स्पाइस जेट कंपनी नियमित रूप से दिल्ली-पाक्योंग और पाक्योंग-दिल्ली के बीच उड़ान सेवा शुरू करेगी। विमान में यात्रा करके आए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अधिकारियों और यात्रियों का स्वागत करने के लिए सिक्किम सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. एमके शर्मा, क्षेत्र के विधायक विष्णु कुमार खतिवडा, विधायक वाईटी लेप्चा तथा अन्य लोग उपस्थित थे।
एयरपोर्ट के बाहर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए पायलट कैप्टन श्रीहांसु सरकार ने कहा कि पाक्योंग एयरपोर्ट पुनः शुरू करके भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने उल्लेखनीय काम किया है। उन्होंने इसके लिए आभार भी व्यक्त किया। सह पायलट कैप्टन अरोड़ा ने बताया कि फरवरी से पाक्योंग और कोलकाता के बीच भी उड़ान सेवा शुरू होगी। गुवाहाटी को लेकर फिलहाल कोई विचार नहीं किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. शर्मा ने कहा कि पाक्योंग हवाई अड्डा सिक्किम राज्य के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग-10 के बाद दूसरी लाइफ लाइन की तरह है, इसलिए इसका महत्त्व काफी अधिक है। उन्होंने कहा कि इस हवाई अड्डा को अब हर मौसम में लिए तैयार किया गया है। राज्य सरकार ने इसे पुनः चालू करने के लिए आउट ऑफ द वे जाकर पहल की है। उन्होंने इस पहल को साकार करने के लिए भारत सरकार और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकारण को भी धन्यवाद दिया।