कोलकाता, 22 जनवरी (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में कोरोना महामारी से बचाव के लिए चल रहे टीकाकरण के लिए कोविशिल्ड के बाद भारत बायोटेक की ओर से बनाई गई कोवैक्सीन भी पहुंचाई गई है। शुक्रवार को एयर एशिया के विशेष विमान से करीब एक लाख पचास हजार कोवैक्सीन की डोज पश्चिम बंगाल लाई गई है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया है कि इनमें से एक लाख 10 हजार कोवैक्सीन को बागबाजार मेडिकल स्टोर में संरक्षित रखा जाएगा। बाकी 50,000 कोवैक्सीन हेस्टिंग्स मेडिकल सेंटर में तय तापमान पर संरक्षित रखा जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया है कि कोवैक्सीन का इस्तेमाल राज्य में कब किया जाएगा इस बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक कर निर्णय लिया जाएगा। शुक्रवार अपराह्न 3:00 बजे के करीब कोलकाता एयरपोर्ट पर एयर एशिया के विमान से यह वैक्सीन लाई गई है। यहां से ग्रीन कॉरिडोर और पुलिस एस्कॉर्ट के साथ इसे सेंट्रल फैमिली वेलफेयर सेंटर लाया गया।
कोवैक्सीन लगवाने वालों को भरना होगा फॉर्म, इलाज का खर्च उठाएगा बायोटेक
राज्य स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि कोविशिल्ड की तुलना में कोवैक्सीन का टीकाकरण अलग प्रक्रिया के जरिए पूरी की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोवैक्सीन का टीका लेने वाले लोगों को अलग से एक कंसेंट फॉर्म भरना होगा। ऐसा इसलिए किया जाएगा क्योंकि इस वैक्सीन के लेने के बाद अगर किसी के शरीर में कोई विपरीत प्रतिक्रिया होती है तो उसके इलाज और देखरेख की जिम्मेदारी भारत बायोटेक की होगी। मौत अथवा विकलांगता की सूरत में वित्तीय क्षतिपूर्ति का भी प्रावधान है जो भारत बायोटेक की ओर से दी जाएगी।