अगरतला, 20 जनवरी (हि.स.)। पुलिस ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन एनएलएफटी को पैसे देने की कोशिश कर रहे 3 ठेकेदारों को पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं। पुलिस ने उनके पास से 15 लाख रुपये बरामद किए हैं। ठेकेदारों से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर एनएलएफटी के एक सहयोगी को भी गिरफ्तार किया है।
त्रिपुरा पुलिस के एआईजीपी ने अपने बयान में कहा कि ऐसी खबरें थीं कि एनएलएफटी उग्रवादी रैसबरी थाना क्षेत्र में जबरन बसूली के लिए नोटिस भेज रहे हैं। खासकर भारत-बांग्लादेश सीमावर्ती क्षेत्रों में कंटीले तारों की बाड़ के निर्माण में शामिल निर्माण कंपनियों को नोटिस भेज रहे हैं। उन्होंने कहा कि घटना की जांच के बाद पुलिस को पता चला कि विक्रम बहादुर जमातिया के नेतृत्व में उग्रवादियों का एक समूह सीमा पार से उग्रवादी गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। उन्होंने कहा कि उग्रवादी समूह बांग्लादेश के खगराछरी जिले में पंचारी थाना के तहत शंभुमनी पारा क्षेत्र में डेरा डाले हैं।
उनके अनुसार, उग्रवादियों ने हाल ही में निर्माण कंपनी के ठेकेदारों को नोटिस भेजे थे। हालांकि, वे पुलिस की मदद लेने के बजाय मामले को सुलझाने जा रहे थे। एक गुप्त सूचना के आधार पर, रैसबरी पुलिस स्टेशन ओसी अजीत देवबर्मा के नेतृत्व में पुलिस ने बुधवार की दोपहर 12.30 बजे एक वाहन (टीआर- 01बीएम-0606) में तीन लोगों को 15 लाख रुपये समेत गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान, उन्होंने स्वीकार किया कि पैसे एनएलएफटी को देने के लिए उग्रवादियों की प्रतीक्षा कर रहे थे। पुलिस ने उनके द्वारा दी गई सूचना के आधार पर एक अन्य स्थान पर भी छापा मारा। पुलिस ने छापेमारी में नित्य कुमार पारा से एनएलएफ़टी सहयोगी सोनामोहन त्रिपुरा को गिरफ्तार किया।
एआईजीपी के अनुसार, पुलिस ने एनसीसी पुलिस स्टेशन के तहत भोलागिरी के निवासी अमित भौमिक, खोवाई पुलिस स्टेशन के तहत सिंगिचारा निवासी सुमन मजुमदार और आरकेपुर पुलिस स्टेशन के तहत उदयपुर निवासी अर्जुन देबनाथ को पैसे के साथ गिरफ्तार किया। एसडीपीओ गंडचारा घटना की जांच कर रहे हैं।