अगरतला, 19 जनवरी (हि.स.)। कोरोना वैक्सिन को लेकर लोग अभी भी संकोच कर रहे हैं। इसलिए, टीकाकरण का लक्ष्य को प्राप्त करने में थोड़ी कठिनाई हो रही है। त्रिपुरा के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के मिशन निर्देशक डॉ सिद्धार्थ शिव जायसवाल ने मंगलवार ये बातें कहते हुए अफ़सोस व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि एक ओर 46,500 कोरोना टीका त्रिपुरा में आ चुका है। नतीजतन, अब 55 फीसद की बजाय पहले चरण में 100 प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मचारियों का टीकाकरण करना संभव होगा। उन्होंने कहा, “कोरोना वैक्सिन पूरी तरह से सुरक्षित और फायदेमंद है।”
कोविड -19 टीकाकरण कार्यक्रम देश के बाकी हिस्सों के साथ त्रिपुरा में भी 16 जनवरी से शुरू हो गया है। टीकाकरण पर केंद्र सरकार के विशिष्ट दिशानिर्देशों के बाद लाभार्थियों को कोविड के टीके दिए जा रहे हैं। राज्य के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में सोमवार, मंगलवार, गुरुवार और शुक्रवार को सप्ताह में चार दिन टीका दिया जा रहा है। 16 से 19 जनवरी तक राज्य में कोविड-19 टीकाकरण का लक्ष्य 7829 लोगों का था। उनमें से 4,269 लाभार्थियों को टीका लगाया गया है। इसका मतलब है कि राज्य में अब तक औसत टीकाकरण दर 54.53 फीसद है। 16 से 19 जनवरी तक राज्य के 99 टीकाकरण केंद्रों पर टीकाकरण किया गया है। मंगलवार को पूरे राज्य में 49 केंद्रों पर टीकाकरण किया गया है।
वहीं मंगलवार को पूरे राज्य में टीकाकरण का लक्ष्य 3688 लोगों का निर्धारित था। उनमें से 1998 लोगों ने टीके लगाए हैं। आज राज्य में टीकाकरण की औसत दर 54.18 फीसद रही। राज्य के विभिन्न अस्पतालों में आम जनता के साथ-साथ राज्य के प्रख्यात डॉक्टरों ने कोविड का टीका लगाया है। एनएचएम मिशन निदेशक डॉ सिद्धार्थ शिव जायसवाल, जीबी अस्पताल के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ तपन मजुमदार, जीबी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ देबाशीष रॉय, जीबी अस्पताल के डिप्टी एमएस डॉ शंकर चक्रवर्ती, और एनसीडी स्टेट नोडाल ऑफिसर डॉ सुप्रिया मल्लिक आदि को मंगलवार को टीका लगवाया।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रमुख के अनुसार लोग अभी भी कोरोना वैक्सिन के बारे में संकोच कर रहे हैं। नतीजतन, टीकाकरण के लक्ष्य पूरे नहीं हो पा रहे हैं। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि टीकाकरण समय पर पूरा हो जाएगा। लोगों के मन में झिझक को दूर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण के बाद अभी तक किसी को कोई दिक्कत नहीं हुई है।