- डॉ. हर्षवर्धन ने की समीक्षा, एम्स के ओपी़डी में कोरोना वैक्सीन अभियान की करेंगे शुरुआत
नई दिल्ली, 15 जनवरी (हि.स.)। केन्द्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शनिवार से शुरू हो रही राष्ट्रव्यापी वैक्सीनेशन अभियान की तैयारियों की समीक्षा की। केन्द्रीय मंत्री ने निर्माण भवन में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में विशेष कोविड नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 16 जनवरी को सुबह साढ़े दस बजे कोविड-19 के वैक्सीन के पहले चरण का वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन करेंगे।
इसके बाद देश भर के सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में कुल 3,006 स्थानों पर टीकाकरण का काम शुरू होगा। ये सभी स्थान वर्चुअल माध्यम से नियंत्रण कक्ष से जुड़े हैं। प्रत्येक टीकाकरण केन्द्र पर कल लगभग 100 लाभार्थियों को वैक्सीन दी जाएगी। टीकाकरण अभियान चरणबद्ध तरीके से नियोजित किया गया है, प्राथमिकता समूह की पहचान के अनुसार आईसीडीएस के वर्कर समेत सरकारी और निजी क्षेत्र के स्वास्थ्य कर्मियों को पहले चरण में वैक्सीन लगाई जाएगी।
डॉ. हर्ष वर्धन ने कोविड नियंत्रण कक्ष में केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा विकसित ऑनलाइन डिजिटल प्लेटफॉर्म कोविन के प्रत्येक पहलू की जांच की। देश में कोविन ऐप का उपयोग कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के दौरान किया जाएगा। यह वैक्सीन के स्टॉक, भंडारण के तापमान और कोविड-19 वैक्सीन के लाभार्थियों की व्यक्तिगत ट्रैकिंग की रीयल टाइम सूचना प्रदान करने में मदद देगा। डिजिटल प्लेटफॉर्म राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्तर के कार्यक्रम प्रबंधकों को टीकाकरण सेशन संचालित करने में सहायता देगा। यह लाभार्थियों की कवरेज को ट्रैक करने, लाभार्थियों की गैर-हाजिरी, नियोजित सत्र बनाम संपन्न सत्र और वैक्सीन के उपयोग में भी प्रबंधकों को मदद देगा।
केन्द्रीय मंत्री ने कम्युनिकेशन कंट्रोल रूम-संचार नियंत्रण कक्ष के कामकाज की भी समीक्षा की, जो कोविड-19 वैक्सीन देने से संबंधित दुष्प्रचार अभियान और अफवाहों की बारीकी से मॉनिटरिंग कर रहा है। उन्होंने प्रशासनिक तंत्र को निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा फैलाए जा रहे दुष्प्रचार का डटकर मुकाबला करने की सलाह दी। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ अपनी जनसंख्या को वैक्सीन देने की भारत की प्रक्रिया विश्व में सबसे बड़ा अभियान होगा। केन्द्रीय मंत्री ने फिर कहा कि दोनों स्वदेशी निर्मित वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन का प्रमाणित सुरक्षा तथा प्रभावशीलता का रिकॉर्ड है और ये महामारी पर काबू पाने के अत्यंत महत्वपूर्ण टूल हैं।