गुवाहाटी, 14 जनवरी (हि.स.)। केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और एनडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान ने गुरुवार को गुवाहाटी में रिवर राफ्टिंग अभियान दल का गर्मजोशी से स्वागत किया।
राजधानी के माछखोवा स्थित प्रोग्ज्योति आईटीए सेंटर में रिवर राफ्टिंग टीम के गुवाहाटी पहुंचने पर एक स्वागत समारोह का आयोजन किया गया था।
ज्ञात हो की प्रथम एनडीआरएफ की टीम असम के तेजपुर से ब्रह्मपुत्र के जरिए गुवाहाटी पहुंची थी। रिवर राफ्टिंग का शुभारंभ अरुणाचल प्रदेश में भारत-तिब्बत सीमा के पास से सियांग नदी में हुआ था। अरुणाचल से असम के तेजपुर तक रिवर राफ्टिंग का नेतृत्व 12वीं एनडीआरएफ बटालियन ने किया था।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री शेखावत ने केंद्र सरकार द्वारा ब्रह्मपुत्र नद के लिए उठाए गये कदमों की जानकारी साझा की। साथ ही उन्होंने नदियों को स्वच्छ बनाए रखने के लिए आम लोगों का आह्वान किया। इस मौके पर अन्य वक्ताओं ने भी अपने महत्वपूर्ण बातों को साझा किया। कार्यक्रम में असम सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य आदि मामलों के मंत्री चंद्रमोहन पटवारी व ब्रह्मपुत्र बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
ब्रह्मपुत्र बोर्ड (जल शक्ति मंत्रालय) द्वारा आयोजित भारत सरकार की एक पहल, ब्रह्मपुत्र आमंत्रण अभियान, एक दृष्टिकोण है- एक सार्वजनिक आउटरीच कार्यक्रम जो युवा पीढ़ी पर ध्यान केंद्रित करते हुए ‘नदी के साथ रहने’ की अवधारणा पर ध्यान केंद्रित करता है।
इस अवसर पर रिवर राफ्टिंग अभियान की टीम लीडर मिस सुहासिनी शेखावत ने कहा कि रिवर राफ्टिंग अभियान 29 दिनों का है जो 930 किमी की कुल यात्रा पूरी करने के बाद धुबरी जिले की भारत-बांग्लादेश सीमा पर समाप्त होगा। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य पानी, कीचड़, आदि को इकट्ठा करके उनका अनुसंधान करना और वैज्ञानिक डेटा एकत्र करना है। ब्रह्मपुत्र का पानी अभी भी काफी साफ है। अगर इस नदी को स्वच्छ बनाना है तो इसे प्लास्टिक और कचरे से मुक्त होना होगा। अब तक, इसके बारे में जो भी डेटा एकत्र किया गया है वह सड़क मार्ग से यात्रा करके एकत्र किया गया है। यह पहली बार नदी मार्ग का उपयोग किया जा रहा है।
इस अवसर पर एनडीआरएफ (पूर्व और उत्तर पूर्व) उप महानिरीक्षक मनोज कुमार यादव, प्रथम एनडीआरएफ के कमांडेंट आरएस गिल, मिस सुहासिनी शेखावत, रिवर राफ्टिंग अभियान दल के विशेषज्ञ और प्रथम बटालियन एनडीआरएफ के अधिकारी व जवान उपस्थित थे।
टीम ने गुवाहाटी में पारंपरिक माघ बिहू मनाया और कामाख्या और उमानंद मंदिरों का दौरा किया। इस मौके पर एनडीआरएफ की ओर से आपातकाल में प्रयोग होने वाले संसाधनों की एक प्रदर्शनी भी लगायी गयी थी। जिसकों केंद्रीय मंत्री शेखावत व असम के मंत्री पटवारी ने बारीकी से देखा। दोनों मंत्रियों को एनडीआरएफ के अधिकारी संतोष कुमार ने पूरी जानकारी दी।