अगरतला, 13 जनवरी (हि.स.) । कृषि कानून पर सुप्रीम कोर्ट ने स्थगितादेश दिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करती है, क्योंकि हमारा मकसद है कृषि कानून को लेकर अतीत की सारी परेशानियां दूर करना और हम भविष्य में भी इस परिप्रेक्ष्य के साथ किसानों के कल्याण के लिए काम करना जारी रखेंगे। बुधवार शाम भाजपा कार्यालय में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में त्रिपुरा प्रदेश किसान मोर्चा के अध्यक्ष जहर साहा ने ये बात कही।
पत्रकारों से बात करते हुए जहर साहा ने कहा कि भाजपा सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करती है और कोर्ट के फैसले का पालन करेगी। हमें उम्मीद है कि आंदोलनकारी किसान संगठन सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार पहले दिन से कह रही है कि हमें इस मुद्दे को अन्य माध्यमों से हल करना होगा। शुरू से ही सरकार किसान संगठन के साथ बातचीत करना चाहती है। सरकार संगठन के प्रस्ताव को संशोधित करेगी, जिसे संशोधित करने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने किसान संगठनों से राजमार्ग छोड़ने और वैकल्पिक स्थानों पर प्रदर्शन करने की अपील की और गृह मंत्री ने खुद किसान संगठन से बात की।
उन्होंने खेद जताते हुए कहा कि सरकार ने किसान संगठन के साथ नौ बार चर्चा की है और सरकार कृषि बिल 2020 के हर बिंदु पर चर्चा करने के लिए तैयार है। कुछ मामलों में सरकार ने किसान संगठन की मांगों को भी स्वीकार किया है लेकिन किसान संगठन सभी कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों और कुछ संगठनों ने अपने-अपने एजेंडे के अनुसार किसान संगठनों को गुमराह किया। उन्होंने कांग्रेस और कम्युनिस्ट की तरफ निशाना साधते हुए कहा कि उनका अस्तित्व अब घोर संकट में है। राजनीती में टिके रहने के लिए उनके पास और कोई रास्ता खाली नहीं है।