मुरैना, 12 जनवरी (हि.स.)। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में बड़ा मामला सामने आया है। यहां जहरीली शराब पीने से दस लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में दो थाना क्षेत्र के लोग शामिल है। वहीं कई लोगों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। इनमें से दो लोगों को गंभीर हालत में ग्वालियर रेफर किया गया है।
देर रात जहरीली शराब से मौत की सूचना मिलते ही मुरैना में कोहराम मच गया। पूरी रात पुलिस ने गांव-गांव पहुंचकर पूछताछ शुरू की। पुलिस ने यह पता लगाने का प्रयास किया कि शराब पीने से किस-किस की तबियत बिगड़ी।
एसडीओपी सुजीत भदौरिया ने बताया कि मुरैना जिले के दो थाना क्षेत्रों में सोमवार को जहरीली शराब पीने से 10 लोगों की मौत हो गई है। इसमें सात मानपुर के पृथ्वी गांव और तीन सुमावली के पावली गांव के हैं। सोमवार को सबसे पहले बागचीनी थाना क्षेत्र के मानपुर पृथ्वी गांव में जहरीली शराब से जीतेंद्र यादव की हालत बिगड़ गई। परिजन उसे गंभीर हालत में इलाज के लिए ग्वालियर ले जा रहे थे लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद गांव के ही ध्रुव यादव, सिरनाम, दीपेश, बृजकिशोर, दिलीप शाक्य, धर्मेंद्र यादव, राजकुमार यादव समेत अन्य की भी तबीयत बिगड़ गई। कुछ देर बाद ध्रुव यादव, दिलीप शाक्य और केदार यादव की भी मौत हो गई है। गांववालों के मुताबिक इन्होंने ओपी केमिकल से बनी हुई शराब पी थी।
सुमावली थाना क्षेत्र के पावली गांव में रात 11.30 बजे पुलिस को जीतेंद्र गुर्जर (31 वर्ष), रामनिवास गुर्जर (34 वर्ष) और एक अन्य युवक की मौत की सूचना मिली। इसके बाद पुलिस गांव पहुंची। थाना प्रभारी रवि गुर्जर ने बताया कि सभी मृतकों ने शराब का सेवन किया था, जिसके बाद सभी की हालत गंभीर हो गई और थोड़ी देर बाद मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर देर रात पहुंची। जहरीली शराब पीने से कुछ लोगों की हालत गंभीर है, जिन्हें मुरैना जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने दो लोगों की हालत ज्यादा खराब होने पर सोमवार रात ग्वालियर रेफर किया था।
बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है, जब मध्य प्रदेश में जहरीली शराब पीने से इतने लोगों की मौत हुई है। इससे पहले उज्जैन में जहरीली शराब पीने से 16 लोगों की मौत हो गई थी। उससे पहले लॉकडाउन के दौरान रतलाम जिले में अवैध जहरीली शराब पीने से 8 लोगों की मौत हुई थी। मुरैना में अवैध शराब का कारोबार बेधड़क तरीके से चलता है। पुलिस लगातार कार्रवाई कर अवैध शराब पकड़ रही थी। कच्ची शराब अवैध रूप से बना कर गांव में बेची जा रही थी।