– त्रिपुरा में भाजपा के साथ चुनावों में भाग लेने की आरपीआई (ए) अध्यक्ष ने जताई इच्छा
अगरतला, 11 जनवरी (हि.स.)। केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) के अध्यक्ष रामदास अठावले ने सोमवार को मांग रखी कि 2021 की जनगणना जातिगत आधार पर होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने त्रिपुरा में भाजपा के साथ हिस्सेदारी करके चुनावों में भाग लेने की इच्छा जताई है।
सोमवार को राज्य में आए केंद्रीय मंत्री ने तर्क दिया कि एससी, एसटी और ओबीसी की आबादी का तथ्य एकत्रित किया जा रहा है और हर जनगणना में गिना जाता है। लेकिन, जो लोग अन्य जातियों के हैं उन्हें अलग से दर्ज नहीं किया गया है।
उनका कहना है त्रिपुरा की 24 प्रतिशत आबादी ओबीसी पृष्ठभूमि से आती है और उन्हें इस श्रेणी के लोगों से प्राप्त 27 प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिलता है। लेकिन, कुछ अन्य समुदाय हैं जो आरक्षण की मांग कर रहे हैं। मेरी मांग है कि 2021 की जनगणना जाति आधारित होनी चाहिए। अठावले ने कहा कि जनगणना जाति-आधारित हो ताकि अन्य वर्गों की आबादी को आधिकारिक तौर पर एससी, एसटी और अन्य पिछड़े वर्गों के अलावा दर्ज किया जा सके।
दूसरी और अठावले ने आरपीआई (ए) की त्रिपुरा राज्य समिति का भी गठन किया है। जिसमें सत्यजीत दास को राज्य इकाई का प्रमुख बनाया गया। उन्होंने कहा, उनकी पार्टी मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव और उनकी टीम को आने वाले चुनावों में एक और कार्यकाल के लिए निर्वाचित होने में मदद करेगी और यह भी उम्मीद जताई कि उनकी पार्टी को वर्ष 2023 में अगले विधानसभा चुनावों में तीन से चार सीटों पर हिस्सेदारी मिल सकती है।