कोलकाता, 10 जनवरी (हि. स.)। पश्चिम बंगाल में आदिवासी महिला कार्यकर्ता से दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर लगा है। मृतका का नाम मीना कराई है। वह पश्चिम मेदिनीपुर के घटाल महकमे के डेबरा की रहने वाली थी। रविवार को आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप में जारी बयान में भारतीय जनता पार्टी ने दावा किया है कि आदिवासी समुदाय की यह महिला भाजपा कार्यकर्ता थी। उसके साथ दुष्कर्म के बाद हत्या को लेकर पार्टी ने ममता बनर्जी की सरकार और राज्य प्रशासन पर सवाल खड़ा करना शुरू कर दिया है।
भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने मीना कराई की बर्बर तरीके से दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि ममता बनर्जी के शासनकाल में बंगाल में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार लगातार बढ़ते जा रहे हैं। राज्य में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय ममता बनर्जी ने नेशनल क्राईम रिकॉर्ड्स ब्यूरो को अपराध के आंकड़े भेजना ही बंद कर दिया। आदिवासी महिला के साथ दुष्कर्म और हत्या के आरोपित ममता बनर्जी के वोट बैंक में शामिल हैं। इसलिए किसी कार्रवाई की उम्मीद नहीं की जा सकती। क्या यही बंगाल की संस्कृति है?’
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर भी रविवार को इसे लेकर ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस पर सवाल खड़ा किया है। पार्टी ने लिखा है कि आदिवासी महिला कार्यकर्ता मीना कराई को तृणमूल कांग्रेस की हिंसा का शिकार होना पड़ा है। बंगाल में महिलाओं के खिलाफ दुष्कर्म और हत्या की घटनाएं ममता बनर्जी के शासन में लगातार बढ़ती जा रही हैं।
बालूरघाट से भाजपा के सांसद डॉक्टर सुकांत मजूमदार ने कहा है कि अब सिर्फ तीन महीने की प्रतीक्षा बची है। हम ममता बनर्जी को सिखा देंगे कि बंगाल में शासन कैसे किया जाता है और अपराध को कैसे नियंत्रित किया जाता है।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही बंगाल दौरे पर पहुंचे भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दावा किया था कि बंगाल में उनके 300 से अधिक कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया गया है।