भारत बायोटेक ने कहा-वैक्सीन के डेटा को लेकर पूरी पारदर्शिता रखी गई

नई दिल्ली, 04 जनवरी (हि.स.)। कोवैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने डेटा को लेकर उठ रहे सवालों के जवाब में कहा कि डेटा को लेकर पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है। ट्रायल से संबंधित सारे डाटा इंटरनेट पर जनता के सामने हैं और इसमें कुछ भी छिपा नहीं है। 


भारत बायोटेक के प्रबंध निदेशक कृष्णा इल्ला ने सोमवार को प्रेस वार्ता में कहा कि कोवैक्सीन का तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि अन्य 12 देशों में भी किया जा रहा है। इसमें पाकिस्तान, नेपाल, बांगलादेश के साथ ब्रिटेन भी शामिल है। क्लीनिकल ट्रायल के डेटा से संबंधित 70 से ज्यादा लेख इंटरनेट व देश-विदेश के अंतरराष्ट्रीय मैगजीन में उपलब्ध है। 


कृष्णा इल्ला ने कहा कि कंपनी पर अनुभवहीन होने का आरोप लगाना ठीक नहीं, हम कई टीकों के निर्माता हैं। वैक्सीन के क्षेत्र में कपंनी का कई सालों का अनुभव है। हम 123 देशों में काम कर रहे हैं। भारत बायोटेक इकलौती कंपनी है जिसके पास शोध और प्रकाशन का अनुभव है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में भी इबोला की वैक्सीन को तीसरे चरण के परीक्षण के दौरान आपात इस्तेमाल की अनुमति दे थी। इसलिए फेज तीन के दौरान अनुमति मिलने पर सवाल नहीं उठाए जाने चाहिए। वैक्सीन देश हित में है। उन्होंने कहा कि भारत बायोटेक दुनिया की बीएसएल-3 का निर्माण करने वाली इकलौती कंपनी है। वैक्सीन पर राजनीति के आरोपों का जवाब देते हुए कृष्णा इल्ला ने कहा कि हमारे परिवार के किसी भी सदस्य का किसी भी राजनीतिक पार्टी से कोई संबंध नहीं है। 

बता दें कि कोरोना महामारी के बीच भारत के औषधि नियामक, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने देश में दो टीकों के उपयोग को रविवार को मंजूरी दी है। इनमें ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और एस्ट्राजेनेका द्वारा सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साथ मिलकर तैयार की गई कोविशील्ड तथा घरेलू दवा कंपनी भारत बायोटेक द्वारा विकसित पूर्णत: स्वदेशी कोवैक्सीन शामिल है।

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