नई दिल्ली, 24 फरवरी (हि.स.)। राजधानी दिल्ली में एकबार फिर से कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। दिल्ली में हर दिन देशभर से लोग आते हैं, इसलिए दिल्ली सरकार अलर्ट हो गई है। मामले को गंभीरता से लेते हुए दिल्ली सरकार ने फैसला लिया है कि जो व्यक्ति अब बाहर से दिल्ली में प्रवेश करेगा उसे अपने ही राज्य से कोरोना की जांच करवानी होगी। रिपोर्ट निगेटिव होने के बाद ही उन्हें प्रवेश करने दिया जायेगा।
बताया जा रहा है कि केरल और महाराष्ट्र में हाल के दिनों में कोरोना संक्रमितों का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। इसके अलावा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और पंजाब में भी कोरोना के मामलों में तेजी देखी जा रही है। हालत यह है कि बीते एक सप्ताह के दौरान देशभर में आए कोरोना के 86 फीसदी मामले इन्हीं राज्यों से हैं।
‘निगेटिव रिपोर्ट पर ही मिलेगी एंट्री’
बताया जा रहा है कि इन राज्यों में कोरोना के नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई है। ऐसे में राजधानी दिल्ली में हर दिन देशभर से लोग आते हैं। इसी को देखते हुए दिल्ली सरकार ने फैसला किया है कि इन पांच राज्यों से दिल्ली आने वालों के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट जरूरी होगी। निगेटिव रिपोर्ट दिखाने पर ही उन्हें दिल्ली में एंट्री मिल सकेगी। अगर रिपोर्ट नहीं हुई, तो उनका टेस्ट किया जाएगा।
‘72 घण्टे पुरानी रिपोर्ट भी मान्य’
वहीं, अगर टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उन्हें 14 दिनों के लिये क्वारन्टीन रहना होगा। हालांकि दिल्ली सरकार ने इन पांच राज्यों के नोडल ऑफिसर से बात कर वह यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके राज्य से दिल्ली आ रहे लोगों के पास 72 घंटे तक पुरानी निगटिव टेस्ट रिपोर्ट हो। उसके बाद ही कोई दिल्ली के लिए यात्रा कर सकें।
‘कार वालों को मिलेगी छूट’
जानकारी के अनुसार, दिल्ली सरकार इससे जुड़ा औपचारिक आदेश बुधवार को जारी करेगी। यह आदेश 26 फरवरी शुक्रवार की आधी रात से लेकर 15 मार्च दोपहर 12 बजे तक प्रभावी होगा। यह आदेश फ्लाइट, ट्रेन और बस से दिल्ली आने वाले यात्रियों पर लागू होगा लेकिन कार से दिल्ली आने वाले यात्री इस आदेश के दायरे में नहीं आएंगे