नई दिल्ली/बीजिंग, 21 फरवरी (हि.स.)। भारतीय सीमा के पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में संघर्ष का वीडियो डालना अब चीन को उल्टा पड़ने लगा है। चीन की ओर से जारी इस वीडियो में भारतीय सैन्य दल का एक कैप्टन चीन की सेना से आमने-सामने की लड़ाई में अपने जवानों के साथ निहत्था बहादुरी के साथ संघर्ष करते दिखाई दे रहा है।
कैप्टन रैंक के इस अधिकारी की पहचान भारतीय सेना के अनुरोध पर उजागर नहीं की गई है लेकिन गणतंत्र दिवस पर उनकी बहादुरी का उल्लेख हुआ था। मणिपुर के सेनापति जिले के रहने वाले और बिहार रेजीमेंट का यह अधिकारी वर्ष 2018 में सेना में शामिल हुआ था। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के खिलाफ गलवान घाटी में हुए संघर्ष के दौरान उन्हें आगे रहकर अपने साथियों का नेतृत्व करते हुए देखा जा सकता है।
भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ रोकने के लिए उन्हें वीडियो में निहत्था ही चीनी सैनिकों की ओर बढ़ते हुए देखा जा सकता है। चीन ने यह वीडियो शुक्रवार को जारी किया था और यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। चीन ने इस प्रोपेगेंडा वीडियो को जारी करते हुए भारतीय सेना पर आक्रामक रुख अपनाने का आरोप लगाया है। चीन ने सोशल मीडिया पर जारी इस वीडियो में आरोप लगाया है कि भारतीय सेना के आक्रामक रुख के चलते ही गलवान घाटी में झड़प हुई थी।
चीनी सेना के मंसूबों पर फिरा पानी
गलवान घाटी में बीते साल,15 जून को भारतीय सेना के बिहार रेजिमेंट के सैनिकों ने कर्नल संतोष बाबू के नेतृत्व में बिना किसी हथियार के भारतीय इलाके में अवैध रूप से घुस आए चीनी सैनिकों से जमकर लोहा लिया था। भारतीय सैनिकों से तीन गुने से भी ज्यादा संख्या में आए चीनी सैनिकों के हाथ में लोहे की रॉड, नुकीली लाठियां-डंडे से लेकर पत्थर और धारदार हथियार थे। गलवान घाटी में अवैध पोस्ट बनाने के चीनी सेना के मंसूबों पर पानी फेरते हुए बहादुर भारतीय सैनिकों ने बिना हथियारों के ही घंटों संघर्ष करते हुए पीछे हटने पर मजबूर कर दिया था और इसी दौरान कर्नल बाबू समेत 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे।