दक्षिण चीन सागर में अमेरिकी युद्धपोतों ने दिखाया दम, चीन ने कहा- यह ताकत का प्रदर्शन

बीजिंग, 10 फरवरी (हि.स.)। चीन अपनी विस्तारवादी सोच के तहत हर दिन पड़ोसी देशों में घुसपैठ करता रहता है। दक्षिण चीन सागर में भी प्रभुत्व को लेकर उसने कोशिश की लेकिन अब अमेरिका ने उसे मुंहतोड़ जवाब दिया है।

अमेरिका के दो एयरक्राफ्ट कैरियर ग्रुप्स, जिसमें दर्जनों युद्धपोत और कम से कम 120 फाइटर एयरक्राफ्ट्स ने मंगलवार को दक्षिण चीन महासागर में संयुक्त अभ्यास किया। अमेरिका के इस कदम से झल्लाए चीन ने अभ्यास की आलोचना करते हुए इसे ‘ताकत का प्रदर्शन’ बताया।

अमेरिकी नौसेना ने एक बयान जारी कर कहा कि थियोडोर रूजवेल्ट और निमित्ज कैरियर स्ट्राइक ग्रुप्स के जहाजों और विमानों ने काफी ट्रैफिक वाले इलाके के चुनौतीपूर्ण वातावरण में अमेरिकी नौसेना की क्षमता दिखाई। डुअल कैरियर ऑपरेशन के हिस्से के रूप में, स्ट्राइक ग्रुप्स ने कमांड और नियंत्रण क्षमताओं को बढ़ाने के उद्देश्य से कई अभ्यास किए।

इससे पहले अमेरिकी नौसेना ने जुलाई,2020 में दक्षिण चीन महासागर में डुअल कैरियर ऑपरेशन किया था, तब रोनाल्ड रीगन और निमित्ज कैरियर स्ट्राइक ग्रुप्स समुद्र में उतरे थे। अमेरिका के इस कदम के बाद चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि अमेरिकी युद्धपोतों और विमानों द्वारा साउथ चाइना सी में लगातार ‘ताकत दिखाना’ क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए अनुकूल नहीं है। वांग ने कहा, “चीन राष्ट्रीय संप्रभुता और सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाता रहेगा और इस क्षेत्र के देशों के साथ काम करते हुए दक्षिण चीन महासागर में शांति और स्थिरता के लिए मजबूती से काम करेगा।”

उल्लेखनीय है कि चीन लगभग पूरे दक्षिण चीन महासागर पर अपना दावा ठोंकता आया है, जोकि वियतनाम और ताइवान के अलावा फिलीपींस, ब्रुनेई, मलेशिया और इंडोनेशिया सहित कई समुद्री पड़ोसियों द्वारा विवादित है।

कैरियर स्ट्राइक ग्रुप (सीएसजी) 11 के कमांडर रियर जिम किर्क ने बताया कि कैरियर स्ट्राइक ग्रुप नाइन (सीएसजी थियोडोर रूजवेल्ट) के साथ मिलकर काम करते हुए क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए यह हमारे सामूहिक सामरिक कौशल में सुधार करेगा। नौसेना के बयान में किर्क ने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय नियम के तहत समुद्र को वैध तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं।”

प्रवक्ता वांग ने फ्रांसीसी रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पैली की घोषणा पर भी प्रतिक्रिया व्यक्त की जिसमें उन्होंने कहा था कि फ्रेंच न्यूक्लियर अटैक सबमरीन उन दो नौ-सैनिक जहाजों में से एक थी, जिन्होंने हाल ही में साउथ चाइना सी में पेट्रोलिंग की थी। प्लोरेंस ने दो तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा कि पेट्रोलिंग करते हुए इसने साउथ चाइना सी में एक मार्ग पूरा कर लिया है। यह हमारी नेवी की ताकत को दिखाता है। वहीं, इसका जवाब देते हुए प्रवक्ता वांग ने कहा कि साउथ चाइना सी में नेविगेशन की स्वतंत्रता पर कोई समस्या नहीं है। चीन ने हमेशा साउथ चाइना सी में अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार सभी देशों द्वारा प्राप्त नेविगेशन और ओवरफ्लाइट की स्वतंत्रता का सम्मान किया है लेकिन चीन की संप्रभुता और सुरक्षा को खतरे में डालने और क्षेत्रीय शांति को कम करने के उद्देश्य से किए गए किसी भी देश के नेविगेशन का हम विरोध करते हैं।

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