अहमदाबाद,01 फरवरी (हि.स.)।सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2020-21 का खिताब जीतने के बाद, तमिलनाडु के कप्तान दिनेश कार्तिक ने कहा कि वह राज्य में क्रिकेट को आगे ले जाने के लिए बहुत उत्सुक हैं। साथ ही उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि तमिलनाडु कैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों का निर्माण करने में सफल रहा है।
तमिलनाडु ने रविवार को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में बड़ौदा को सात विकेट से हराकर खिताब जीता। 2019-20 के सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में दिनेश कार्तिक की टीम को कर्नाटक के हाथों हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार उनकी टीम खिताब जीतने में सफल रही।
कार्तिक ने मैच के बाद कहा,”वास्तव में पिछले साल की हार से हमें दुख हुआ था,लेकिन इस बार हमने वास्तव में अच्छी क्रिकेट खेली है और हम पूरे मैच में काफी अच्छे रहे हैं। भारतीय टीम में नटराजन और वाशिंगटन सुंदर जैसे खिलाड़ी हैं, जो पिछले साल हमारे लिए यह टूर्नामेंट खेल रहे थे। बस उन लोगों को वहां जाते देख बहुत खुशी हुई है। मुझे यकीन है कि यहां से कुछ और खिलाड़ी भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करेंगे। हम देश के लिए क्रिकेटरों का उत्पादन करने में सक्षम हैं, यह हमेशा अच्छा करने वाली टीम का संकेत है। हम समय के साथ अपने क्रिकेट को समझते हैं।”
उन्होंने कहा,”मैं अपने राज्य के क्रिकेट को आगे ले जाने के लिए बहुत उत्सुक हूं और देश के लिए खेलना हमेशा मेरे दिमाग में है। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम है। आउटफील्ड और विकेट पूरे शानदार थे।”
उन्होंने कहा, “यहां सब कुछ बहुत अच्छा लग रहा है। सहयोगी कर्मचारियों ने बहुत अच्छा काम किया है। हम सभी रणनीतियों को एक साथ करते हैं। मैं गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन को धन्यवाद देना चाहता हूं, क्योंकि बायो बबल में हमारा वास्तव में अच्छी तरह से ध्यान रखा गया है।”
बता दें कि खिताबी मुकाबले में बड़ौदा ने पहले बल्लेबाजी करते हुए विष्णु सोलंकी (49) और अतीत सेठ (29) की पारियों की बदौलत निर्धारित 20 ओवरों में 9 विकेट के नुकसान पर 120 रन बनाए। जवाब में तमिलनाडु ने हरी निशांत के 35 और बाबा अपराजित के नाबाद 29 रनों की बदौलत 18 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 123 रन बनाकर खिताब अपने नाम कर लिया।
बता दें कि यह दूसरी बार है जब तमिलनाडु ने टी 20 टूर्नामेंट जीता है। इससे पहले, टीम ने 2006-07 में यह टूर्नामेंट जीता था। 2020-21 के टूर्नामेंट में, दिनेश कार्तिक की अगुवाई वाली तमिलनाडु ने अजेय रहते हुए खिताब अपने नाम किया।