नई दिल्ली, 31 दिसंबर (हि.स.)। वर्ष 2020 भले ही कोरोना वायरस महामारी के लिए जाना जाएगा,लेकिन इस कठिन समय मे भी भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने अपना शानदार प्रदर्शन किया। पुरुष टीम ने एफआईएच हॉकी प्रो लीग में शीर्ष तीन अंतरराष्ट्रीय टीमों – बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया और नीदरलैंड को शिकस्त देकर वर्ष 2020 की शुरुआत की।
एफआईएच हॉकी प्रो लीग अभियान में शानदार प्रदर्शन कर भारतीय टीम ने एफआईएच विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान हासिल कर अपनी सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग हासिल की। इस प्रतियोगिता में प्रत्येक मैच के साथ राष्ट्रीय टीम का संतुलन बेहतर दिख रहा था और जहां तक ओलंपिक की तैयारी की बात थी, टीम सही दिशा में बढ़ रही थी।
हालांकि, कोविड -19 महामारी के कारण ओलंपिक का आयोजन 2021 के लिए स्थगित कर दिया गया, जिसके बाद भारतीय टीम को ओलंपिक के लिए अपनी योजनाओं और तैयारियों को फिर से करना पड़ा। यह खिलाड़ियों के लिए मानसिक दृढ़ता का परीक्षण था क्योंकि मार्च से अगस्त तक राष्ट्रीय टीम मैदान से दूर थी। इस दौरान भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने अपनी फिटनेस बनाए रखने के लिए अपना पूरा ध्यान लगा दिया, इस दौरान वे बेंगलुरु में भारतीय खेल प्राधिकरण परिसर में रहे। भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा कि जिस तरह टीम के साथी पूरे वर्ष सकारात्मक रहे, उस पर उन्हें गर्व है।
मनप्रीत ने कहा,”भारतीय टीम के प्रत्येक सदस्य द्वारा दिखाए गए संकल्प को देखना आश्चर्यजनक है। सभी वरिष्ठ खिलाड़ियों ने पूरे साल सकारात्मक माहौल बनाए रखने की जिम्मेदारी ली, खासकर उस समय के दौरान जब हम पिच से दूर थे।”
उन्होंने कहा,”हमारे वैज्ञानिक सलाहकार रॉबिन आर्केल हमें नियमित रूप से फिटनेस शेड्यूल देते रहे और हम मार्च से अगस्त तक उसका नियमित रूप से पालन करते रहे।”
28 वर्षीय मनप्रीत ने कहा कि हॉकी इंडिया ने इस साल हमारा काफी समर्थन किया है।
उन्होंने कहा, “जब हम पिच से दूर थे तब हॉकी इंडिया ने हमें कई गतिविधियों में व्यस्त रखा। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि हम इस वर्ष के अधिकांश भाग के दौरान साई परिसर में सुरक्षित रूप से रह सकते हैं। इसके अलावा हॉकी इंडिया ने जून में हमारे लिए शानदार ढंग से ब्रेक का आयोजन भी किया। मैं उन्हें हमारे लिए वहां रहने और जरूरत की हर चीज उपलब्ध कराने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। हमें सुरक्षित रहते हुए अगले साल ओलंपिक के लिए भी तैयार रहना होगा।”
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के खिलाड़ियों ने अगस्त में धीरे-धीरे हॉकी खेलना शुरू किया। प्रत्येक खेल गतिविधियों के सत्र के साथ तीव्रता में वृद्धि करके, खिलाड़ी बेहतर होते रहे और कोचिंग स्टाफ द्वारा तैयार किए गए सभी अभ्यास सत्रों के बाद चार महीने की कर्तव्यनिष्ठा के बाद, दिसंबर में छुट्टी पर जाने से पहले टीम इस साल फरवरी में अंतरराष्ट्रीय मैचों में दिखाए गए फिटनेस स्तर के करीब पहुंच गई थी।
भारतीय पुरूष हॉकी टीम के डिफेंडर सुरेंद्र कुमार ने कहा,”हमने पिछले कुछ महीनों में वास्तव में कड़ी मेहनत की है और हर दिन बेहतर किया है। हम उस स्तर पर आ रहे हैं जिस पर हम आमतौर पर अंतरराष्ट्रीय मैचों में काम करते हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा हूं।”
भारतीय पुरुष हॉकी मुख्य कोच ग्राहम रीड ने कहा कि पिछले चार महीनों में टीम ने जिस तरह से प्रतिक्रिया दी है, उससे वह बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा, “पिछले चार महीनों में खिलाड़ियों ने जिस तरह से हार्ड यार्ड में प्रदर्शन किया है, उसे देखकर बहुत खुशी हुई है और टीम ने 2020 के अंत में अंतरराष्ट्रीय मैचों में बेहतर प्रदर्शन किया है। यह हमारे प्रशिक्षण सत्र के आउटपुट डेटा को देखने के लिए शानदार था।”