गृह मंत्री अमित शाह ने गांधीनगर में अर्थ समिट 2025 का उद्घाटन किया

नई दिल्ली, 6 दिसंबर:गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कल गांधी नगर में कृषि, ग्रामीण तकनीक और मानवता को सशक्त बनाने से सम्बंधित अर्थ समिट 2025 का उद्घाटन किया और सहकार सारथी पहल के अंतर्गत 13 से अधिक नई सेवाओं और उत्पादों का भी शुभारंभ किया। इन नई पहलों में डिजी केसीसी, कैम्पेन सारथी, वैबसाइट सारथी, सहकारी शासन सूचकांक, विश्व का सबसे बड़ा अनाज भण्डारण एप्लीकेशन ई-पीएसीएस, शिक्षा सारथी प्रौद्योगिकी फोरम शामिल हैं।

इस अवसर पर श्री शाह ने कहा कि यह तीन अर्थ सम्मेलनों की श्रृंखला का दूसरा संस्करण है। जिसका उद्देशय ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना और ग्रामीण विकास के लिए परिणाम देने वाले हल तलाशना है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था से सम्बद्ध चार मंत्रालयों से जुड़े मुद्दों का इन सम्मेलनों में विचार- विमर्श के माध्यम से समाधान निकाला जायेगा। अगले वर्ष दिल्ली में तीसरी बैठक में इससे सम्बंधित नीतियां तय की जाएंगी।

श्री शाह ने कहा कि महात्मा गांधी ने इस बात पर जोर दिया था कि भारत के विकास की परिकल्पना में गांवों को केन्द्र में रखना था लेकिन आजादी के बाद इस विचारधारा की उपेक्षा की गई। उन्होंने कहा कि कृषि, पशुपालन और सहकारिता की वर्षों से अनदेखी की गई है लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 2014 से एक महत्वपूर्ण बदलाव आया है जिसमें ग्रामीण विकास को राष्ट्रीय प्रगति के लिए महत्वपूर्ण माना गया है।

श्री शाह ने कहा कि भविष्य में प्रत्येक पंचायत में सहकारी संस्था स्थापित करने की योजना तैयार की जा रही है। इसका उद्देश्य सहकारी सदस्यों की संख्या पचास करोड़ से अधिक करना और सकल घरेलू उत्पाद में इस क्षेत्र के योगदान को बढ़ाना है। इन लक्ष्यों के हासिल होने पर पशुपालन में लगी कोई भी महिला या पुरूष या छोटे किसान पीछे नहीं रहेंगे।

गृह मंत्री ने कहा कि सहकारिता मंत्रालय ने सहकार टैक्सी सेवा शुरू की है जिसमें परीक्षण के स्तर पर 51 हजार से अधिक ड्राइवरों ने पंजीकरण कराया है। उन्होंने कहा कि इसका उद्देशय इसे देश की सबसे बड़ी सहकारी टैक्सी कम्पनी बनाना है।

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