नई दिल्ली, 29 नवंबर:दित्वा चक्रवात की वजह से पु्द्दुचेरी और कारइक्काल के तटों पर समुद्र में लहरें उठ रही हैं और मूसलाधार बारिश हो रही है। पु्द्दुचेरी के मछली पकड़ने वाले नल्लावडू गांव में समुद्र की लहरें 10 फुट से ज़्यादा ऊंची हो गई हैं। इससे तटीय कटाव हो रहा है।
मछुआरों ने 500 से ज़्यादा नावों को किनारे से लगभग 50 फुट दूर सुरक्षित कर दिया है। मछुआरे समुद्र में नहीं जा रहे हैं और अपने जाल तथा नावों को सुरक्षित कर रहे हैं। नोननकुप्पम के सुन्नम्बू काडू में नावों को नुकसान से बचाने के लिए किनारे के पेड़ों से बांध दिया गया है।
कारइक्काल में कल रात से लगातार मूसलाधार वर्षा, तेज़ हवाएं और समुद्र में लहरें उठने की खबर है। बचाव अभियान के लिए अरक्कोणम से एन.डी.आर.एफ की 30 सदस्यों वाली टीम पहुंच गई है। बारिश की स्थिति और तैयारियों का आकलन करने के लिए पुद्दुचेरी के सिविल सप्लाई मंत्री पी. आर. एन. थिरुमुरुगन ने जिला अधिकारी पूजा और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपात समीक्षा बैठक की।
उन्होंने कहा कि बड़े स्टॉर्मवॉटर नालों से पहले ही गाद निकाल दी गई है। इस पहल से पानी का जमाव कम करने में मदद मिली है। निचले इलाकों में पंपिंग का काम चल रहा है। सभी विभागों को हाई अलर्ट पर रखा गया है क्योंकि और तेज वर्षा होने का अनुमान है। कुल 91 राहत केंद्र तैयार रखे गए हैं और नियंत्रण कक्ष चालू कर दिए गए हैं। मदद चाहने वाले लोग 1070 या 1077 पर संपर्क कर सकते हैं। सीनियर अधिकारियों और एन.डी.आर.एफ के लोगों ने सफाई और बचाव कामों पर नज़र रखने के लिए प्रभावित तटीय और शहरी इलाकों का मुआयना किया।
