बिहार विधानसभा चुनाव: अंतिम चरण की सभी तैयारियां पूरी,122 सीटों पर 136 महिलाओं सहित 1302 उम्मीदवार चुनाव मैदान में

पटना, 10 नवंबर: बिहार में कल विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण में मतदान होगा। 20 जिलों के 122 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले जाएंगे। निर्वाचन आयोग ने निष्‍पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस चरण में भारत-नेपाल सीमा पर स्थित विधानसभा क्षेत्रों और सीमांचल, मगध, शाहबाद, कोसी और मिथिलांचल क्षेत्रों में मतदान होगा।पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पुर्णिया, कटिहार, भागलपुर और बांका में वोट डाले जाएंगे। गया, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, जमुई, नवादा, रोहतास और कैमूर जिलों में भी कल मतदान होगा।

पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से नेपाल से सटी सीमाओं और उत्‍तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड से लगती अंतर्राज्‍यीय सीमाओं को सील कर दिया गया है और लगातार पुलिस निगरानी की जा रही है। इस बीच, मधुबनी जिले के जयनगर से नेपाल के जनकपुर के बीच चलने वाली मैत्री एक्‍सप्रेस सेवा को मतदान पूर्ण होने तक स्‍थगित कर दिया गया है।

मतदान सुबह 7 बजे से शुरू होकर शाम 6 बजे तक चलेगा। सुरक्षा कारणों से चैनपुर, गोविंदपुर, राजौरी, जमुई, सिकंदरा, चकई और झाझा सहित 7 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक होगा। गया, औरंगाबाद, बाका और रोहतास जिले के कुछ मतदान केंद्रों पर शाम 5 बजे तक ही वोट डाले जाएंगे। ऐसे मतदान केन्द्रों की संख्या 1202 है।

इस चरण में 45 हजार से अधिक मतदान केंद्र बनाए गए हैं। मतदान प्रक्रिया की निरंतर निगरानी सुनिश्चित करने के लिए सभी मतदान केंद्रों से वेबकास्टिंग की व्‍यवस्‍था की गई है। निर्वाचन आयोग ने पटना में मुख्‍य चुनाव अधिकारी कार्यालय में एक अत्याधुनिक नियंत्रण और कमान केंद्र स्थापित किया है। इसी प्रकार, सभी 20 जिला मुख्यालयों में भी नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए 595 मतदान केंद्रों का प्रबंधन पूरी तरह से महिला मतदानकर्मी करेंगी। 21 दिव्यांग मतदान केंद्रों का संचालन दिव्यांगकर्मी करेंगे। 316 आदर्श मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण में 3 करोड़ 70 लाख से अधिक मतदाता 1302 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें 136 महिला उम्‍मीदवार शामिल हैं। अधिकांश निर्वाचन क्षेत्रों में एनडीए और महागठबंधन उम्मीदवारों के बीच सीधा मुकाबला है।