नईदिल्ली, ३ नवंबर : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उत्तराखंड विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि समग्र विकास प्रयासों के परिणामस्वरूप राज्य में मानव विकास सूचकांक के कई मानकों में सुधार हुए हैं। बढ़ती साक्षरता दर पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि राज्य में महिला शिक्षा में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि मातृत्व और शिशु मृत्यु दर में गिरावट आई है। सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सुगम बनाने के लिए प्रयासरत है।
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि उत्तराखंड की पावन भूमि से आध्यात्मिकता और शौर्य की परम्परा निरंतर प्रवाहित होती रही है। उन्होंने कहा कि यह पावन भूमि कई ऋषियों और साधुओं का निवास स्थान रही है। राष्ट्रपति ने कहा कि कुमाऊं और गढ़वाल रेजिमेंट राज्य की गौरवशाली वीरता की परम्परा का परिचायक है। राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि राज्य के युवा भारतीय सेना में सेवा देने और मातृ भूमि की रक्षा करने के प्रति अदम्य उत्साह दिखाते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के कई लोक प्रतिनिधियों ने देश की लोकतांत्रिक परम्परा को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
