मणिपुर में समन्वित अभियान: सात उग्रवादी गिरफ्तार, भारी मात्रा में मादक पदार्थ नष्ट

इंफाल, 28 सितंबर: मणिपुर पुलिस ने 27 सितंबर को राज्य के विभिन्न जिलों में एक साथ अभियान चलाकर प्रतिबंधित उग्रवादी संगठनों के सात सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए उग्रवादी विभिन्न संगठनों—आरपीएफ/पीएलए, एनआरएफ और केसीपी—से जुड़े हुए हैं। पुलिस के अनुसार, इन अभियानों के दौरान कई अहम और कुख्यात उग्रवादी पकड़े गए हैं। इनमें इंफाल वेस्ट से आरपीएफ/पीएलए सदस्य लैशरम जीतन सिंह (56), इंफाल ईस्ट से एनआरएफएम सदस्य खाइदेम सुनीला देवी (55), और थौबल व इंफाल वेस्ट से केसीपी सदस्य एमडी मुजीबुर रहमान एवं सोरेनशांगबम बुंगचा उर्फ विनर शामिल हैं। इनसे एक .32 कैलिबर की पिस्तौल, एक मैगजीन और दो मोबाइल फोन बरामद किए गए। काकचिंग जिले से केसीपी का एक और सदस्य हेइखाम मिलन सिंह उर्फ खाबा (32) को भी गिरफ्तार किया गया।

थौबल जिले से पीएलए सदस्य मोइरांगथेम चाओबी सिंह उर्फ यैमा को भी पकड़ा गया, जो लंबे समय से जबरन वसूली और लोगों को सुरक्षा बलों के खिलाफ भड़काने में सक्रिय था। इसके अलावा, 26 सितंबर को विष्णुपुर जिले के कुम्बी बाजार क्षेत्र से एक अन्य पीएलए सदस्य नोङमैथेम गनेश्वर सिंह (49) को गिरफ्तार किया गया, जो संगठन के लिए लॉजिस्टिक सपोर्ट प्रदान कर रहा था।

उग्रवाद विरोधी इस बड़ी कार्रवाई के साथ-साथ, मणिपुर पुलिस ने उसी दिन मादक पदार्थों के खिलाफ भी एक व्यापक अभियान चलाया। लमदेंग स्थित शिजा कॉमन बायोमेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट फैसिलिटी में भारी मात्रा में नशीले पदार्थों को नष्ट किया गया। नष्ट की गई सामग्री में 6 किलोग्राम हेरोइन पाउडर, 87 किलोग्राम ब्राउन शुगर, 22 किलोग्राम WY टैबलेट, 36 किलोग्राम सूडोएफेड्रिन, 182 किलोग्राम गांजा और कुछ एसपी कैप्सूल शामिल थे। ये सभी मादक पदार्थ राज्य पुलिस, नारकोटिक्स एंड अफेयर्स ऑफ बॉर्डर (NAB) और अन्य सुरक्षा एजेंसियों द्वारा विभिन्न अभियानों में जब्त किए गए थे।

इस कार्रवाई की निगरानी मणिपुर के पुलिस महानिदेशक राजीव सिंह, आईपीएस ने की। उन्होंने कहा कि मणिपुर को नशामुक्त बनाने की दिशा में पुलिस विभाग पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने पुलिसकर्मियों के साहस और निष्ठा की सराहना करते हुए आम नागरिकों से भी आह्वान किया कि वे मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़ी जानकारी पुलिस के साथ साझा करें। बाद में डीजीपी लमसांग थाने पहुंचे और वहां मौजूद महिला पुलिसकर्मियों, कमांडो, मणिपुर राइफल्स/आईआरबी और केंद्रीय बलों से मुलाकात कर उनकी हौसलाअफजाई की।

राज्य सरकार और पुलिस विभाग की यह संयुक्त कार्रवाई मणिपुर में उग्रवाद और नशा कारोबार के खिलाफ एक मजबूत संदेश के रूप में देखी जा रही है। इससे प्रदेश में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने और युवाओं को गलत रास्तों से दूर रखने में मदद मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।