नई दिल्ली, 20 सितंबर : अमेरिका ने H-1B वीजा के लिए सालाना शुल्क को बढ़ाकर 1,00,000 डॉलर कर दिया है। यह फैसला भारतीय IT पेशेवरों के लिए भारी पड़ सकता है, क्योंकि H-1B वीजा धारकों में 71% भारतीय हैं।
कांग्रेस ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि मोदी की “रणनीतिक चुप्पी” और “तेज-तर्रार दिखावा” अब देश के लिए बोझ बनता जा रहा है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “पीएम मोदी ने ट्रंप को जन्मदिन की बधाई दी और भारत को बदले में ‘रिटर्न गिफ्ट’ मिला – 1 लाख डॉलर की H-1B फीस!”
कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा, “अमेरिकी सरकार के इस फैसले से भारत के होनहार युवाओं के भविष्य पर चोट पहुंची है। मैं आज भी वह दिन याद करता हूं जब एक IFS महिला अधिकारी के अपमान पर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने अमेरिका को करारा जवाब दिया था। आज पीएम मोदी की चुप्पी देश के लिए खतरा बन गई है।”
पवन खेड़ा ने कहा, “8 साल बाद राहुल गांधी एक बार फिर सही साबित हुए हैं। उन्होंने 2017 में ही इस खतरे को भांप लिया था। लेकिन देश आज भी एक कमज़ोर प्रधानमंत्री के साथ फंसा हुआ है।”
इस नए अमेरिकी नियम के मुताबिक, यह बदलाव 21 सितंबर से लागू होगा और फिलहाल 12 महीनों तक प्रभावी रहेगा। ट्रंप प्रशासन ने इसे “राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जरूरी” बताया है और H-1B वीज़ा के “दुरुपयोग” का आरोप लगाया है।
