गुवाहाटी/मोरीगांव | 20 सितंबर : मशहूर गायक जुबीन गर्ग की असमय और रहस्यमयी मौत को लेकर असम सरकार ने गंभीर रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने शनिवार को कहा कि जुबीन गर्ग की मौत की जांच अब राज्य सरकार द्वारा कराई जाएगी और इस सिलसिले में कार्यक्रम आयोजकों समेत उनके अंतिम समय में साथ मौजूद सभी लोगों से पूछताछ की जाएगी। इस मामले में मोरीगांव पुलिस स्टेशन में नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंता और गायक के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
मुख्यमंत्री सरमा ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि असम पुलिस पूरे मामले की जांच करेगी और उन्होंने राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) को निर्देश दिया है कि सभी दर्ज एफआईआर को सीआईडी को ट्रांसफर कर एक समेकित मामला दर्ज किया जाए ताकि निष्पक्ष और विस्तृत जांच हो सके। उन्होंने यह जानकारी अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर भी साझा की और कहा कि सरकार इस मामले को बेहद गंभीरता से ले रही है।
उधर, चूंकि जुबीन गर्ग की मृत्यु सिंगापुर में हुई है, मुख्यमंत्री ने सिंगापुर के उच्चायुक्त से संपर्क कर वहां की सरकार से भी इस मामले में पूरी जांच का अनुरोध किया है। उन्होंने बताया कि सिंगापुर प्रशासन ने अपनी जांच शुरू कर दी है और अगर कोई आपराधिक पक्ष सामने आता है, तो भारत सरकार को इसकी जानकारी दी जाएगी। साथ ही, अगर जुबीन को असम से किसी गलत मंशा के तहत ले जाया गया हो, तो उसकी भी पड़ताल की जाएगी।
सरमा ने कहा कि राज्य सरकार इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करेगी और यदि कोई व्यक्ति जानकारी देना चाहता है या गवाह बनना चाहता है, तो उसके लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं की जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी पहलू को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा और सच्चाई सामने लाने के लिए हर स्तर पर जांच होगी।
गौरतलब है कि 51 वर्षीय जुबीन गर्ग का निधन 19 सितंबर को सिंगापुर में एक स्कूबा डाइविंग सेशन के दौरान हुई जटिलताओं के चलते हुआ था। उनकी असमय मृत्यु से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। संगीत प्रेमियों से लेकर राजनीतिक और सांस्कृतिक जगत तक हर कोई इस खबर से स्तब्ध है। जुबीन गर्ग न सिर्फ असम, बल्कि देश के सबसे लोकप्रिय गायकों में से एक थे और उन्होंने कई भाषाओं में अपने गीतों से लोगों के दिलों में जगह बनाई थी।
