श्रीनगर, 11 सितंबर: जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले और उसके आस-पासের इलाकों में स्थिति बेहद तनावপূর্ণ हो गई है। आम आदमी पार्टी (आप) के डोडा केंद्र के विधायक मेहराज मलिक को कड़े पब्लिक सेफ्टी एक्ट (PSA) के तहत गिरफ्तार किए जाने के बाद इलाके में विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ, जो धीरे-धीरे हिंसक झड़पে পরিণত হয়।
मंगलवार से शुरू हुए विरोध प्रदर्शन बुधवार तकও जारी रहा। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर করতে पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। हिंसा की लपटें भद्रवाह शहर तक फैल गईं। झड़पों में कई प्रदर्शनकारी और सुरक्षा कर्मी घायल हुए हैं, जिनमें दो पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं।
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए प्रशासन ने डोडा जिले में धारा 144 लागू कर दी है और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं। मोबाइल इंटरनेट और वाई-फाई सेवाएं एहतियातन बंद कर दी गई हैं।
सूत्रों के अनुसार, कई इलाकों में प्रदर्शनकारियों ने निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए सड़कों पर उतरने की कोशिश की, जिन्हें पुलिस ने लाठीचार्ज कर तितर-बितर किया। कई पुरुष और महिला प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया था, हालांकि शाम के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने आदेश दिया है कि जिले के सभी शैक्षणिक संस्थान और व्यावसायिक प्रतिष्ठान (दवा दुकानों को छोड़कर) बंद रखे जाएं। भद्रवाह, डोडा, ठाठरी और गंडोह क्षेत्रों में सुरक्षाबलों की मजबूत तैनाती की गई है। पुलिस लगातार लाउडस्पीकर से घोषणाएं कर रही है, जिसमें लोगों से घरों में रहने और प्रशासन के साथ सहयोग करने की अपील की जा रही है।
सरकारी कार्यालयों के आस-पास भीड़ को रोकने के लिए बैरिकेड्स और कंटीले तार लगाए गए हैं।
उधर, आप विधायक मेहराज मलिक की गिरफ्तारी पर कई राजनीतिक दलों ने कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने इस कदम को “लोकतंत्र विरोधी” और “डर का माहौल बनाने की कोशिश” बताया है।
फिलहाल पूरे इलाके में चिंता और भय का माहौल है। प्रशासन स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयारी की जा रही है।
