सिक्किम, 5 सितंबर: सिक्किम में विधि शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू हुआ है। मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग (गोलेई) और सिक्किम उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एवं सिक्किम राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति विश्वनाथ सोमद्दर ने गुरुवार को असम में संयुक्त रूप से सिक्किम राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर उच्च न्यायालय की न्यायाधीश मीनाक्षी मदन राय और भास्कर राज प्रधान, शिक्षा एवं विधि मंत्री राजू बसनेत, श्रम मंत्री भीम हंग लिंबू, विधायक पामिना लेप्चा, कुलपति डॉ. अचिना कुंडू, पूर्व न्यायाधीश, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, सिक्किम बार एसोसिएशन के सदस्य और विश्वविद्यालय की शासी एवं कार्यकारी परिषदों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
सिक्किम राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय ने सिक्किम और देश के छात्रों के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोल दिए हैं। विश्वविद्यालय का पहला सत्र 1 सितंबर 2025 से शैक्षणिक वर्ष 2025-26 के लिए शुरू हो रहा है।
मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने कहा, “यह विश्वविद्यालय सिक्किम में विधि शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है। यह न केवल न्याय व्यवस्था को मज़बूत करेगा, बल्कि छात्रों को घर बैठे उच्च-गुणवत्ता वाली शिक्षा प्राप्त करने का अवसर भी प्रदान करेगा।”
मुख्यमंत्री ने भारत न्याय रिपोर्ट 2025 में सिक्किम को छोटे राज्यों में प्रथम स्थान प्राप्त कराने के लिए न्यायपालिका, पुलिस, कारागार प्रशासन और विधिक सेवा एजेंसियों का आभार व्यक्त किया।
न्यायमूर्ति विश्वनाथ सोमद्दार ने कहा कि यह विश्वविद्यालय सिक्किम के छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। उन्होंने इस विश्वविद्यालय को देश के राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों में एक आदर्श संस्थान बनाने के अपने दृष्टिकोण को व्यक्त किया।
