देहरादून/नई दिल्ली, 4 सितंबर: उत्तर भारत के कई हिस्सों में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने उत्तराखंड, गुजरात, मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश सहित বিভিন্ন राज्यों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड में हालात गंभीर होते जा रहे हैं, वहीं दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। पंजाब, उत्तर प्रदेश, और अन्य कई राज्यों में बाढ़ और भूस्खलन की आशंका बढ़ रही है।
उत्तराखंड में आपदा जैसे हालात, मुख्यमंत्री धामी ने की समीक्षा बैठक
उत्तराखंड में लगातार बारिश के कारण धारचूला, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, बागेश्वर, पिथौरागढ़, उधम सिंह नगर और हरिद्वार के कई हिस्से जलमग्न हो गए हैं। धारचूला और घनसाली क्षेत्र में बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया, “राज्यभर में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। सभी जिलों में राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं।” मुख्यमंत्री ने नानक सागर डैम पर भी नजर रखने का निर्देश दिया है, जो फिलहाल खतरे के निशान से 5 फीट नीचे बह रहा है।
दिल्ली में यमुना नदी उफान पर, निचले इलाकों में जलभराव और यातायात प्रभावित
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर 207.48 मीटर तक पहुंच गया है। कश्मीरी गेट, मयूर विहार, सिविल लाइंस और यमुनाबाजार जैसे इलाकों में जलभराव के चलते यातायात प्रभावित हो रहा है। लोहे का पुल और आसपास के क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं।
एनडीआरएफ की टीमें यमुनाबाजार, नजफगढ़ और जैतपुर में बचाव कार्य कर रही हैं। अब तक 626 लोगों और 13 मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। अलर्ट के चलते यमुना के किनारे बसे लोगों को तुरंत खाली करने के निर्देश दिए गए हैं।
गुजरात और मध्यप्रदेश में भारी बारिश का कहर, अगले तीन दिन रेड अलर्ट
IMD ने गुजरात के अधिकांश हिस्सों में अगले तीन दिनों तक और पश्चिम मध्यप्रदेश में 24 घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कई इलाकों में भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
पूर्वी राजस्थान, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और पश्चिम मध्यप्रदेश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। इन क्षेत्रों में अतिवृष्टि, बिजली गिरने और सड़क अवरोध की संभावना है।
पंजाब में बाढ़ से हालात गंभीर, अब तक 37 मौतें
पड़ोसी राज्य पंजाब में बाढ़ की स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है। राज्य के 23 जिलों की 1.75 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद हो चुकी है और मृतकों की संख्या 37 तक पहुंच गई है। रूपनगर और पटियाला में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। राज्य के सभी स्कूल और कॉलेज 7 सितंबर तक बंद कर दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ₹71 करोड़ का आपातकालीन राहत पैकेज जारी किया है और लोगों से ‘मुख्यमंत्री राहत कोष’ में योगदान देने की अपील की है।
दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत भी प्रभावित, समुद्री तूफान की आशंका
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जो अगले 24 घंटों में डिप्रेशन में बदल सकता है। इसके कारण तेलंगाना, ओडिशा, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक और कोंकण-गोवा क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है।
पूर्वोत्तर भारत के राज्यों जैसे असम, मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश में अगले सप्ताह तक बारिश जारी रहने की संभावना है। अरुणाचल में 4 से 7 सितंबर के बीच अतिवृष्टि की चेतावनी दी गई है।
यात्रियों और आम लोगों के लिए सुझाव
भारतीय मौसम विभाग ने जनता से जरूरत न हो तो यात्रा टालने, नदी और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहने तथा प्रशासन की सलाह का पालन करने की अपील की है। अगले कुछ दिनों तक अत्यधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
