ढाका, 2 सितंबर : बांग्लादेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में एक बार फिर से तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। चटगांव विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों, शिक्षकों, पुलिस और पत्रकारों के बीच हुई भीषण झड़प में 300 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। स्थिति बिगड़ने के बाद प्रशासन ने चटगांव में धारा 144 लागू कर दी है, लेकिन इसके बावजूद प्रदर्शन रुकने का नाम नहीं ले रहा। हालात को काबू में लाने के लिए सेना और पुलिस की तैनाती की गई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विश्वविद्यालय में छात्रों का शांतिपूर्ण जुलूस अचानक उग्र हो गया, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद प्रदर्शन हिंसक रूप ले बैठा। पुलिस और छात्रों के बीच हुई झड़पों में लाठीचार्ज, टियर गैस और रबर बुलेट्स का इस्तेमाल किया गया। विश्वविद्यालय परिसर को रणक्षेत्र का रूप लेते देर नहीं लगी।
देश के अन्य हिस्सों में भी छात्रों के प्रदर्शन फैल चुके हैं। मयमनसिंह में प्रदर्शनकारियों ने रेललाइन को अवरुद्ध कर दिया, जिससे राजधानी ढाका और उत्तरी क्षेत्रों के बीच रेल संपर्क बाधित हो गया है।
सरकार की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, स्थिति पर नियंत्रण के लिए सरकार के उच्च स्तर पर आपात बैठक बुलाई गई है। चर्चा है कि अगले कुछ दिनों तक शैक्षणिक संस्थानों में कक्षाएं स्थगित की जा सकती हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि जल्द समाधान नहीं निकाला गया, तो यह संकट और भी व्यापक रूप ले सकता है। छात्रों की मांगों और प्रशासन की स्थिति के बीच अब तक कोई ठोस समझौता नहीं हो पाया है।
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