नई दिल्ली, 29 जुलाई : बैसारन घाटी में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने आज लोकसभा में केंद्र सरकार पर सीधा हमला बोला। उन्होंने सरकार पर पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में असफल रहने का गंभीर आरोप लगाया।
लोकसभा में अपने भाषण के दौरान प्रियंका गांधी ने कहा, 2008 के मुंबई हमलों के बाद महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ने नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए इस्तीफ़ा दिया था। लेकिन पहलगाम में हाल ही में हुए हमले के बाद अब तक किसी ने कोई ज़िम्मेदारी नहीं ली, न ही किसी ने इस्तीफ़ा दिया।
उन्होंने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि जब देश के सांसदों को पूरी सुरक्षा दी जाती है, तो फिर पर्यटकों के लिए बैसारन घाटी जैसी संवेदनशील जगहों पर कोई सुरक्षा क्यों नहीं होती। उन्होंने यह भी कहा कि घटनास्थल पर बुनियादी प्राथमिक उपचार तक उपलब्ध नहीं था।
वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने यह भी बताया कि द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) को 2023 में आधिकारिक रूप से एक आतंकी संगठन घोषित किया गया था। लेकिन यह संगठन 2019 से घाटी में सक्रिय है और इस दौरान उसने कई आतंकी हमलों को अंजाम दिया, जिसमें वरिष्ठ सेना अधिकारियों और आम नागरिकों की जान गई।
प्रियंका गांधी ने सवाल उठाया, जब पूरे देश में भय का माहौल है, तब क्या सरकार की कोई ज़िम्मेदारी नहीं बनती? क्या पर्यटकों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता में नहीं है? लोकसभा में उनके इस बयान के बाद सदन में तीखी बहस देखने को मिली और राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है।
