अगरतला, 15 जुलाई: भाजपा सरकार तरह-तरह के कर लगाकर जनता की जेब काटने की कोशिश कर रही है। इसीलिए सरकार ने बिजली के साथ-साथ पानी के भी दाम बढ़ा दिए हैं। माकपा ने आने वाले दिनों में इसके खिलाफ एक बड़े आंदोलन में शामिल होने का फैसला किया है। आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य और विपक्ष के नेता जितेंद्र चौधरी ने बिजली और पानी के दामों में बढ़ोतरी की कड़ी निंदा की।
इस मौके पर श्री चौधरी ने कहा कि पहले त्रिपुरा से पूर्वोत्तर ही नहीं, बल्कि देश के विभिन्न राज्यों को बिजली बेचने का गौरव था। लेकिन दुर्भाग्य से भाजपा सरकार आने के बाद से यह गौरव खत्म हो गया है। पिछले सात सालों में त्रिपुरा को आदर्श राज्य बनाने के लिए करोड़ों रुपये फ्लेक्स और विज्ञापनों पर खर्च करके लोगों को बेवकूफ बनाया गया है। इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि माकपा के कार्यकाल में राज्य में बिजली की इतनी बुरी स्थिति नहीं थी। अब भाजपा सरकार के कार्यकाल में, ज़रा सी बारिश होने पर भी हफ़्ते भर बिजली नहीं आती। लेकिन इस बीच, सरकार बिजली के दाम बढ़ा रही है।
बिजली मंत्री रतन लाल नाथ ने कल भाजपा कार्यालय में बिजली के दाम और स्मार्ट मीटर पर लंबी बातचीत की। बिजली मंत्री होने के नाते, उन्होंने विभाग की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की बजाय, योजनाबद्ध तरीके से भाजपा कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी उन्होंने बिजली की बदहाली पर पर्दा डालते हुए तरह-तरह की जानकारियाँ पेश कीं। उनका दावा है कि भाजपा सरकार ने स्मार्ट मीटर परियोजना के ज़रिए बिजली सेवा का पूरी तरह से निजीकरण करने का फ़ैसला किया है। इसके साथ ही, सरकार ने पानी के दाम भी बढ़ा दिए हैं। दरअसल, भाजपा सरकार तरह-तरह के टैक्स लगाकर जनता की जेब काटने की कोशिश कर रही है। जनता को इसके ख़िलाफ़ आगे आना चाहिए।
