माकपा ने मेहनतकश जनता को धोखा दिया है, उनके अधिकारों से वंचित रखा है: भाजपा

अगरतला, 1 जुलाई: माकपा ने पहले भी मेहनतकश जनता को धोखा दिया है। उनके अधिकारों से वंचित रखा है। आज वही मेहनतकश जनता के हितों की बात कर रहे हैं। गलत सूचना प्रकाशित कर मेहनतकश जनता को गुमराह कर रहे हैं। यह आरोप ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष और त्रिपुरा चाय विकास निगम के चेयरमैन समीर घोष ने आज प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में माकपा पर लगाया।

इस अवसर पर चेयरमैन समीर घोष ने कहा कि भाजपा सरकार ने हाल ही में त्रिपुरा के चाय मजदूरों की दैनिक मजदूरी में 16 प्रतिशत की वृद्धि करने का निर्णय लिया है। इसमें वयस्क मजदूरों की मजदूरी 176 रुपये से बढ़कर 204 रुपये और नाबालिग मजदूरों की मजदूरी 88 रुपये से बढ़कर 102 रुपये हो गई है। लेकिन देखा जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों से विपक्ष सरकार के इस निर्णय के बारे में गलत सूचना जनता के सामने पेश कर रहा है।

उनके अनुसार, 2015 में केंद्र सरकार की ओर से तत्कालीन मुख्यमंत्री माणिक सरकार और अन्य राज्य के मुख्यमंत्रियों को उद्यान कर्मियों के वेतन वृद्धि से संबंधित पत्र भेजा गया था। उस पत्र में उद्यान कर्मियों का वेतन 160 रुपये करने की बात कही गई थी। लेकिन उस समय उद्यान कर्मियों का वेतन 43 रुपये कर दिया गया। जहां वेतन 160 रुपये मिलना था। आज तक राज्य के उद्यान कर्मियों को उस पत्र के बारे में कुछ भी पता नहीं है। बाद में 2016 में सीपीआईएम सरकार ने वेतन 43 रुपये से बढ़ाकर 93 रुपये करने का फैसला किया। आज वे ही हैं जो श्रमिकों के हितों की बात जनता के बीच करते हैं। लेकिन भाजपा सरकार ने श्रमिकों के वेतन के बारे में सोचा है। इस अवसर पर उन्होंने आगे कहा कि भाजपा सरकार हमेशा मेहनतकश लोगों के भविष्य को लेकर विकासात्मक निर्णय लेती है। उन्होंने इस विकासात्मक निर्णय के लिए मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा को धन्यवाद दिया। माकपा नेताओं का दावा है कि पूर्व में श्रमिक हितैषी सरकार थी। लेकिन असल में सीपीआईएम ने मेहनतकश लोगों को धोखा दिया है। मजदूरों को उनके वाजिब अधिकारों से वंचित रखा गया है। उन्होंने शिकायत की कि विपक्षी पार्टी अब जनता के बीच गलत जानकारी देकर लोगों को गुमराह कर रही है।