अगरतला, 25 जून: कांग्रेस विधायक सुदीप रॉय बर्मन ने असंवैधानिक शब्दों का प्रयोग कर पूरे आदिवासियों का अपमान किया है। इसके विरोध में भाजपा जनजाति मोर्चा आज विधायक सुदीप रॉय बर्मन के छात्रावास के सामने आया और विरोध प्रदर्शन में शामिल हुआ। बाद में मोर्चा कार्यकर्ताओं ने छात्रावास का गेट तोड़ दिया और अंदर घुसकर तोड़फोड़ की। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि सुदीप रॉय बर्मन सभी आदिवासियों से माफी मांगें।
संयोग से, कल अंबासा टाउन हॉल में कांग्रेस का आदिवासी सम्मेलन आयोजित किया गया था। उस सम्मेलन में विधायक सुदीप रॉय बर्मन ने कहा कि भाजपा नेता आदिवासियों के शरीर पर पेशाब करते हैं। उनकी टिप्पणियों के जवाब में भाजपा जनजाति मोर्चा विधायक सुदीप रॉय बर्मन के छात्रावास के सामने आया और विरोध प्रदर्शन किया।
जनजाति मोर्चा के एक कार्यकर्ता ने कहा कि कल अंबासा टाउन हॉल में विधायक सुदीप रॉय बर्मन ने पूरे आदिवासी समुदाय का अपमान किया था। उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा कि भाजपा नेता आदिवासियों के शव पर पेशाब करते हैं। उन्होंने असंवैधानिक शब्दों का प्रयोग कर पूरे देश के आदिवासी समुदायों का अपमान किया है। भाजपा जनजातीय मोर्चा के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने इसका विरोध किया है। उनकी मांग है कि सुदीप रॉय बर्मन को सभी आदिवासी समुदायों से माफी मांगनी चाहिए। इस बीच, पुलिस अधीक्षक डॉ. किरण कुमार ने कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। प्रशासन के पास पर्याप्त पुलिस बल है। इस बीच, पत्रकारों से मुखातिब होते हुए विधायक सुदीप रॉय बर्मन ने कहा, हम पूरे आदिवासी समुदाय के विकास के लिए काम कर रहे हैं। आज की बर्बरता को लेकर आदिवासी समुदाय के प्रति मेरे मन में कोई गुस्सा नहीं है। लेकिन यह सच है कि भाजपा के मन में एससी, एसटी और ओबीसी के प्रति अंतहीन नफरत है। पूरी भाजपा की विकृत मानसिकता आदिवासी समुदाय के खिलाफ काम करती है। उन्होंने सवाल किया, “अगर उन्हें नफरत नहीं होती तो मध्य प्रदेश में एक भगवान जैसा भाजपा कार्यकर्ता सार्वजनिक रूप से आदिवासी शव पर पेशाब कर सकता था।” मैंने कल सम्मेलन में इस मुद्दे पर बात की थी।
