वित्त वर्ष 2025-26 के लिए सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 4.86 प्रतिशत बढ़कर लगभग 5.45 लाख करोड़ रुपये हुआ

वित्त वर्ष 2025-26 के लिए सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 19 जून तक 4.86 प्रतिशत बढ़कर लगभग 5 लाख 45 हजार करोड़ रुपये हो गया। पिछले वर्ष इसी अवधि में यह लगभग 5 लाख 19 हजार करोड़ रुपये था। हालांकि, शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह में एक दशमलव 3-9 प्रतिशत की मामूली गिरावट देखी गई। यह गिरावट जारी किए गए रिफंड के कारण हुई है।

आयकर विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अग्रिम कर संग्रह एक लाख 55 हजार करोड़ रुपये से अधिक रहा, जो 3 दशमलव 8-7 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। इसका कारण कॉर्पोरेट अग्रिम कर भुगतान में 5 दशमलव 8-6 प्रतिशत की वृद्धि थी, जबकि गैर-कॉर्पोरेट करदाताओं से संग्रह में 2 दशमलव 6-8 प्रतिशत की गिरावट आई।