51.5 गीगावाट हो गई भारत की पवन ऊर्जा-क्षमताः प्रह्लाद जोशी

केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि भारत की पवन ऊर्जा क्षमता 10 दशमलव पांच प्रतिशत से अधिक की वृद्धि के साथ 51.5 गीगावाट हो गई है। पिछले वर्ष यह क्षमता 46 दशमलव 42 गीगावाट थी। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में श्री जोशी ने कहा कि बढ़ती क्षमता के साथ देश नवाचार, हरित प्रौद्योगिकी और सतत प्रगति के बल पर आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है।

    वैश्विक पवन ऊर्जा दिवस के अवसर पर श्री जोशी ने कहा कि भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है। सौर ऊर्जा से लेकर पवन ऊर्जा तक, राष्ट्र एक उज्जवल और अधिक टिकाऊ भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर रहा है। 

    श्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि भारत की सौर ऊर्जा क्षमता ने पिछले 11 वर्षों में लंबी छलांग लगाई है। वर्ष 2014 में हमारी सौर ऊर्जा क्षमता मात्र 2 दशमलव 82 गीगावाट थी। उन्‍होंने कहा कि सौर ऊर्जा, भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र की नई प्रेरक शक्ति के रूप में उभरी है। भारत ने अब 25 गीगावॉट सौर सेल उत्पादन और 2 गीगावॉट वेफर उत्पादन के साथ एक मजबूत आधार तैयार कर लिया है।   

    भारत ने जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में अपने कार्बन उत्‍सर्जन को कम करने के देश के लक्ष्य के तहत वर्ष 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता के लिए 500 गीगावाट का लक्ष्य रखा है।