अगरतला, 2 जून: ऐसा नहीं हो सकता कि टिपरा माथा सरकार में भी रहे और मजाक भी दिखाए। राज्य सरकार के खिलाफ गुस्सा जाहिर करना है तो टिपरा माथा को समर्थन वापस ले लेना चाहिए। दरअसल, टिपरा माथा नाटक कर रही है। आज विधायक सुदीप रॉय बर्मन ने पत्रकारों से मुखातिब होते हुए टिपरा माथा के खिलाफ आवाज उठाई।
इस दिन उन्होंने कहा कि गोमती जिले के जिला मजिस्ट्रेट टिपरा माथा ने पूर्व सुप्रीमो और एमडीसी प्रद्योत किशोर देबबर्मन से मुलाकात नहीं की। उन्होंने इस घटना की कड़ी निंदा की। लेकिन आज गोमती जिले में सभी सरकारी कार्यालयों में तालाबंदी का मामला निराशाजनक है। चूंकि मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने आश्वासन दिया है कि वे इस मामले को गंभीरता से देख रहे हैं, तो आज की घटना बेहद निराशाजनक है।
उनके अनुसार ऐसा नहीं हो सकता कि टिपरा माथा सरकार में भी रहे और मजाक भी दिखाए। अगर राज्य सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करना है तो टिपरा माथा को समर्थन वापस ले लेना चाहिए। आज के मुद्दे को टिपरा माथार नाटक माना जा रहा है।
