आज विश्‍व थायराइड दिवस है

दुनिया भर में आज विश्‍व थायराइड दिवस मनाया जा रहा है। थायराइड विकृति के बारे में जागरूकता फैलाने और शुरू में ही इसके निदान और प्रबंधन को प्रोत्‍साहन देने के लिए यह दिवस मनाया जाता है।

यह दिवस हमें थायराइड संबंधी किसी भी संदिग्‍ध स्थिति में चिकित्‍सा सहायता लेने की याद दिलाता है।

थायराइड तितली के आकार की छोटी सी ग्रंथि होती है। यह गर्दन में होती है। छोटे आकार की होने के बावजूद इसकी भूमिका बहुत महत्‍वपूर्ण है।

यह ग्रंथि ऐसे हार्मोन्‍स उत्‍पन्‍न करती है जो मेटाबोलिज्‍म, धड़कन, शरीर के तापमान, ऊर्जा स्‍तर, मासिक धर्म स्‍वास्‍थ्‍य और मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य सहित अनेक महत्‍वपूर्ण कार्यों को प्रभावित करते हैं।

थायराइड विकृति के सामान्‍य लक्षणों में अचानक वजन बढ़ना या घटना, गर्दन में सूजन या गांठ, ठंडे या गर्म के प्रति संवेदनशीलता, मनोभावों में अचानक बदलाव, चिंता, उदासी, अनियमित माहवारी, बाल पतले होना या झड़ना और निरंतर थकान शामिल हैं।

अतिसक्रिय और स्‍वस्‍थ जीवनशैली से थायराइड विकृति के जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है। आयोडीनयुक्‍त नमक, डेयरी उत्‍पादों और सीफूड का सेवन थायराइड हार्मोन स्राव के लिए आवश्‍यक है।

नियमित स्‍वास्‍थ्‍य जांच और सैर, योग तथा तैराकी जैसी शारीरिक गतिविधियों से मेटाबोलिज्‍म बढ़ाने में सहायता मिलती है।