ढाका, 2 मई: अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने अदालत की अवमानना के एक मामले में बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और आवामी लीग की प्रतिबंधित छात्र शाखा ‘बांग्लादेश छात्र लीग’ के नेता शकील आलम बुलबुल को ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी किया है। स्थानीय मीडिया ने बताया कि आईसीटी अभियोजक गाजी एचएम तमीम ने दोनों को 15 मई तक ‘कारण बताओ’ नोटिस का जवाब देने का आदेश दिया है।
न्यायमूर्ति गुलाम मुर्तुजा मजूमदार की अध्यक्षता वाले न्यायाधिकरण ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक ऑडियो क्लिप के आधार पर यह आदेश जारी किया। ऑडियो क्लिप के अनुसार पूर्व प्रधानमंत्री पर न्यायिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने और न्यायाधिकरण को धमकाने का आरोप है। आईसीटी अभियोजक ने कहा कि जांच एजेंसी की फोरेंसिक रिपोर्ट में इस बात के सबूत मिले हैं कि ऑडियो क्लिप में आवाज पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की है।
पिछले वर्ष अगस्त में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के सत्ता में आने के बाद से देश ने पूर्व प्रधानमंत्री, उनके परिवार के सदस्यों और अवामी लीग समर्थकों के खिलाफ कई मामलों में गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं।
