वामपंथी छात्र संगठन अपनी तीन सूत्री मांगों को लेकर मुखर हैं, जिनमें रोजगार, भ्रष्टाचार और जंगल राज का अंत शामिल है।

अगरतला, 29 अप्रैल: डीवाईएफआई और टीवाईएफआई ने रोजगार, भ्रष्टाचार की समाप्ति और कानून के शासन तथा नशीले पदार्थों और नशे के आदी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर शहर में विरोध मार्च निकाला। इस दिन, अगरतला, दक्षिण अगरतला, पूर्वी अगरतला और मध्य बनमालीपुर क्षेत्रीय समितियों द्वारा नेताजी चौमुनी क्षेत्र से जुलूस शुरू हुआ और शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरा।

आज पत्रकारों से बात करते हुए संगठन के एक कार्यकर्ता ने कहा कि राज्य में शासन व्यवस्था अपने निम्नतम स्तर पर पहुंच गई है। कानून का शासन जैसी कोई चीज नहीं है। इसके अलावा, राज्य में बेरोजगारी की समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। युवा लोग काम की तलाश में इधर-उधर भटक रहे हैं। इस बीच, मंत्री महाकरण में बैठकर हर दिन युवक-युवतियों को ठग रहे हैं। भाजपा सरकार 2018 में किए गए एक भी वादे को पूरा नहीं कर रही है। जब जनता को यह बात समझ आ गई है कि भाजपा सरकार के झांसे में नहीं आना है। इसलिए वामपंथी युवा संगठनों ने सामाजिक परिवर्तन की लड़ाई शुरू कर दी है।

इस दिन उन्होंने यह भी कहा कि त्रिपुरा ड्रग्स का साम्राज्य बन गया है। लेकिन प्रशासन इस पर सख्त कार्रवाई नहीं कर रहा है।