अगरतला, 11 अप्रैल: महारानीपुर क्षेत्र के कृषक परिवारों ने अपनी पुरानी मांगों को लेकर असम-अगरतला राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया। यद्यपि तत्काल ही भारी विरोध हुआ, लेकिन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के सक्रिय हस्तक्षेप से स्थिति शीघ्र ही सामान्य हो गई।
घटना की रिपोर्ट के अनुसार, तेलियामुरा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत महारानीपुर क्षेत्र के कई कृषक परिवार ढाई दशक से अधिक समय से ब्रह्मछारा क्षेत्र में नदी किनारे सरकारी खास जमीन पर खेती कर रहे थे। कथित तौर पर, हाल ही में क्षेत्र के कुछ स्थानीय लोगों ने खुद को उनकी जमीन का मालिक बताते हुए किसानों से 5,000 रुपये की मांग की और उन पर अपनी जमीन छोड़ने का दबाव बनाया। इससे नाराज किसानों ने प्रशासनिक हस्तक्षेप की मांग करते हुए असम-अगरतला राष्ट्रीय राजमार्ग पर नाकाबंदी शुरू कर दी।
इस बीच, जाम की खबर मिलते ही डीसीएम देबाशीष चकमा के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम सबसे पहले मौके पर पहुंची और जाम लगाने वालों से बात की। इसके बाद राज्य के आदिवासी कल्याण मंत्री विकास देबबर्मा मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से सीधे बात की। सभी शिकायतों को ध्यानपूर्वक सुनने के बाद उन्होंने आश्वासन दिया कि समस्याओं के समाधान के लिए यदि आवश्यक हुआ तो प्रशासनिक एवं विभागीय स्तर पर उचित कदम उठाए जाएंगे। मंत्री विकास देबबर्मा के आश्वासन से आश्वस्त होकर अवरोधकों ने शांतिपूर्वक अवरोध हटा लिया। परिणामस्वरूप, राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सामान्य हो गया है।
मुख्यमंत्री के तेलियामुरा दौरे के दिन हुई इस घटना को लेकर प्रशासन और राजनीतिक हलकों में काफी हंगामा मचा हुआ है।
