आज बांग्लादेश जनसंहार दिवस मनाएगा। आज के दिन 1971 में तत्कालीन पूर्व पाकिस्तान के बांग्लादेशी नागरिकों पर किये गये क्रूर हत्याकांड को याद किया जाता है । पाकिस्तान सेना ने 25 मार्च 1971 को पूरे पूर्व पाकिस्तान में ‘ऑपरेशन सर्चलाइट’ शुरू किया था। जिसके परिणामस्वरूप बांग्लादेश के लोगों को अनगिनत कष्ट सहने पड़े थे। यह दिन बांग्लादेश के इतिहास के सबसे काले अध्यायों में से एक है, जब पाकिस्तान सेना ने छात्र, शिक्षक और पुलिस कर्मियों पर ढाका में नरसंहार किया था।
जनसंहार दिवस की पूर्व संध्या पर, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार डॉ. मुहम्मद युनूस ने उन शहीदों को याद किया जिन्होंने बांग्लादेश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी।
शहीदों को याद करते हुये देश भर के सभी शैक्षिक संस्थानों, स्कूलों, कॉलेजों, मदरसों और तकनीकी स्कूलों में शोकसभा और चर्चा बैठकें आयोजित की जाएंगी। इसमें प्रमुख व्यक्तित्व और वीर स्वतंत्रता सेनानी भाग लेंगे। जनसंहार और स्वतंत्रता संग्राम पर केंद्रित सेमिनार ढाका के स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय में आयोजित किए जाएंगे।
ढाका और अन्य शहर निगम क्षेत्रों में जनसंहार को प्रदर्शित करने वाली दुर्लभ तस्वीरें और डॉक्यूमेंट्रीज़ प्रदर्शित की जाएंगी, ताकि इस अंधेरे अध्याय के बारे में लोगों को शिक्षित और जागरूक किया जा सके।
इसके अलावा, बांग्लादेश टेलीविजन और बांग्लादेश रेडियो बीटर विशेष कार्यक्रमों का प्रसारण करेंगे, जो जनसंहार और स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित होंगे। मार्च 25, 1971 को मारे गए लोगों की याद में मस्जिदों और अन्य पूजा स्थलों में विशेष प्रार्थनाएँ अर्पित की जाएं
