अगरतला, 19 मार्च: राज्य में किसानों को भाजपा सरकार के कार्यकाल में भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। इसलिए अखिल भारतीय किसान यूनियन राज्य में सभी सिंचाई परियोजनाओं को शुरू करने समेत 8 सूत्री मांगों को लेकर सड़कों पर जुलूस में शामिल हो गई है। आज का जुलूस सर्कस हाउस के सामने से शुरू हुआ और शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए जल संसाधन विकास विभाग के प्रतिनिधिमंडल के समक्ष एकत्रित हुआ।
आज पत्रकारों से बात करते हुए अखिल भारतीय कृषक सभा के राज्य सचिव पवित्र कर ने कहा कि मरम्मत के अभाव में राज्य की लगभग 80 प्रतिशत सिंचाई प्रणालियाँ ठप पड़ी हैं। परिणामस्वरूप, किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। जल संसाधन विकास विभाग से बार-बार अनुरोध किया गया है कि राज्य में सभी सिंचाई परियोजनाएं शुरू की जाएं तथा पुरानी सिंचाई प्रणालियों की मरम्मत की जाए। लेकिन अभी तक सरकार की ओर से कोई पहल नहीं की गई है।
उन्होंने यह भी कहा कि भयंकर बाढ़ से त्रिपुरा में कृषि सबसे अधिक प्रभावित हुई है। चावल, सब्जियाँ, सब कुछ नष्ट हो गया है। दक्षिण त्रिपुरा जिले, गोमती त्रिपुरा और अन्य स्थानों पर बाढ़ के कारण सिंचाई बाधित हुई है। इसलिए आज अखिल भारतीय किसान कांग्रेस ने किसानों के हितों से जुड़ी 8 सूत्री मांगें उठाई हैं।