डीएमके सांसदों ने आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति और तीन भाषाओं के मुद्दे पर संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। संसद के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में डीएमके सांसद कनिमोझी ने केंद्र से तमिलनाडु को शिक्षा के लिए फंड जारी करने की मांग की। उन्होंने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से कल लोकसभा में दिए गए कथित आपत्तिजनक बयान के लिए माफी मांगने की भी मांग की।
केरल-यूडीएफ के सांसदों ने भी आशा कार्यकर्ताओं के समर्थन में संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और उनका मानदेय बढ़ाने की मांग की। पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस सांसद के.सी.वेणुगोपाल ने कहा कि आशा कार्यकर्ता स्वास्थ्य क्षेत्र में चौबीसों घंटे काम कर रही हैं और उनका स्वास्थ्य क्षेत्र में सबसे बड़ा योगदान है।