अगरतला, 5 मार्च: भाजपा के भारतीय अध्यक्ष और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा त्रिपुरा में भाजपा सरकार के दूसरे वर्ष के उपलक्ष्य में 9 मार्च को स्वामी विवेकानंद मैदान में एक विशाल जनसभा में भाग लेंगे। यह बात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद राजीव भट्टाचार्य ने आज प्रदेश भाजपा कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कही। उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने सीपीएम के खिलाफ आवाज उठाई। उनका कटाक्ष था कि सीपीएम ने 25 साल तक जनता पर अत्याचार करके शासन किया। मजेदार बात यह है कि आज वे ही दावा कर रहे हैं कि राज्य में कानून का राज नहीं है।
आज एक संवाददाता सम्मेलन में श्री भट्टाचार्य ने कहा कि पिछले दो वर्षों में राज्य में भाजपा सरकार द्वारा किये गये विकास कार्यों को जनता के सामने रखा जाएगा। दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर 9 मार्च को स्वामी विवेकानंद मैदान में एक विशाल जनसभा का आयोजन किया गया है। अगरतला, 5 मार्च: भाजपा सरकार के विकास कार्यों का रिकार्ड जिला स्तर, बूथ स्तर और मंडल स्तर पर चरणबद्ध तरीके से जनता के सामने पेश किया जाएगा। अस्तबल मैदान में होने वाली जनसभा में पार्टी के अखिल भारतीय अध्यक्ष एवं स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री (डॉ.) माणिक साहा, मंत्रीगण एवं अन्य पार्टी नेता मौजूद रहेंगे। उन्होंने सभी लोगों से आज रैली में शामिल होने का अनुरोध किया। उन्होंने यह भी कहा कि इस दिन जनसभा के अभियान को मजबूत करने के लिए भाजपा की विभिन्न महिला मोर्चों, युवा मोर्चों और विभिन्न शाखाओं के पार्टी कार्यकर्ता और नेता अलग-अलग संगठनात्मक बैठकें करेंगे। इसके अलावा, जनसभा को सफल बनाने के लिए मंत्री रतन लाल नाथ के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के विकासात्मक निर्णयों से राज्य की महिलाओं, युवाओं, किसानों और समाज के अंतिम व्यक्ति को लाभ मिला है। इसके अलावा, इस सरकार ने विकसित भारत और विकसित त्रिपुरा के निर्माण की दिशा में काम किया है। हम भविष्य में भी इस लक्ष्य की दिशा में काम करते रहेंगे। अतीत में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कोई पहल नहीं की गई। लेकिन भाजपा सरकार ने महिलाओं को प्राथमिकता देने पर काम किया है। राज्य सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए कुछ नये निर्णय लिये हैं। इसमें राज्य सरकार की नौकरियों में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण होगा। इसके अलावा, भाजपा सरकार के कार्यकाल में राज्य की संचार व्यवस्था में भी आमूलचूल परिवर्तन हुआ है।
उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, “सीपीएम का दावा है कि राज्य में कानून का शासन नहीं है।” लेकिन पिछले दो वर्षों में भाजपा सरकार राज्य में असंतोष को दबाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। 2020-24 तक एनडीपीएस धारा के तहत 2,308 मामले दर्ज किए गए हैं। पार्टी में चाहे जो भी शामिल हो, उन्हें इस एनडीपीएस मामले में गिरफ्तार किया गया है। सरकार वहां कोई भेदभाव नहीं करती। विडंबना यह है कि कुछ दिन पहले बेलोनिया के चार वामपंथी नेताओं ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था। दरअसल, उन्होंने आरोप लगाया कि सीपीएम ने पिछले 25 वर्षों से लोगों पर अत्याचार करके शासन किया है।