अगरतला, 25 फरवरी: आत्मसमर्पण कर चुके विरोधी संगठन त्रिपुरा यूनाइटेड इंडिजिनस रिटर्नीज पीपुल्स काउंसिल ने अपनी 21 सूत्री मांगों को पूरा करने के लिए दबाव बनाने हेतु बारामुरा हिल्स में असम-अगरतला राष्ट्रीय राजमार्ग की अनिश्चितकालीन नाकेबंदी में शामिल हो गया है। नाकेबंदी के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात ठप हो गया। परिणामस्वरूप यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक नाकेबंदी जारी रहेगी। हालांकि, संगठन के नेता डैनियल बोरोक ने कहा कि आपातकालीन सेवाओं और परीक्षार्थियों को बंद से बाहर रखा गया है।
इस संबंध में संगठन के नेता डेनियल बोरोक ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले दुश्मन समूहों एनएलएफटी और टीएनवी पार्टी के साथ केंद्र और राज्य सरकारों के बीच हुए समझौतों के अनुसार, वे कई लाभों से वंचित हैं। सरकार ने उस समझौते को लागू नहीं किया। कई लोगों के खिलाफ अभी भी मामले लंबित हैं। आत्मसमर्पण करने वाले दुश्मनों को कोर्ट के चारों ओर भागने के लिए मजबूर किया जाता है। लेकिन वे सामान्य जीवन में लौट आये हैं। लेकिन उनकी समस्याएं हल नहीं हुईं।
उन्होंने यह भी कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले शत्रु समूहों की मांगों और उनकी आजीविका के मुद्दों पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। उनकी समस्याओं का स्थायी समाधान किया जाना आवश्यक है। वे कई वर्षों से वंचित हैं। आज त्रिपुरा में शांति स्थापित हो गई है क्योंकि वहां सामान्य जीवन लौट आया है। हालाँकि, केंद्र और राज्य सरकारें उनकी मांगों के प्रति उदासीन हैं। इसलिए वे 21 सूत्री मांगों को लेकर आज सुबह से अनिश्चितकाल के लिए सड़क जाम कर रहे हैं।
