जम्मू-कश्मीर में भारत और पाकिस्तान सेनाओं के प्रतिनिधि फरवरी 2021 के युद्धविराम समझौते को बरकरार रखने और भविष्य की गलतफहमी को रोकने के उपायों का पता लगाने पर सहमत हुए हैं। नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हाल की झड़पों और आईईडी घटनाओं के बाद तनाव कम करने के लिए दोनों देशों के ब्रिगेड कमांडरों ने पुंछ जिले में एक फ्लैग मीटिंग की।
25 फरवरी, 2021 को नवीनीकृत किए गए युद्धविराम समझौते को बनाए रखने पर सहमति के अलावा, ब्रिगेड कमांडरों ने तनाव कम करने के लिए स्थापित संचार चैनलों का लाभ उठाने पर भी सहमति व्यक्त की। दोनों पक्षों ने सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए संघर्ष विराम समझौते के महत्व पर जोर दिया।
दोनों पक्षों के बीच बैठक पुंछ में चक्कन-दा-बाग क्रॉसिंग पॉइंट पर हुई जो लगभग 75 मिनट तक चली और सौहार्दपूर्ण माहौल में आयोजित की गई। यह बैठक महत्वपूर्ण थी क्योंकि यह चार वर्षों में अपनी तरह की पहली बैठक थी और जिस पर मुख्यत सीमा पार से गोलीबारी और आईईडी हमलों में हाल ही में हुई वृद्धि पर ध्यान केन्द्रित करना था, जिसने नियंत्रण रेखा पर शांति को बाधित कर दिया है।
भारतीय और पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों के बीच फ्लैग मीटिंग के बाद पुंछ जिले के सीमावर्ती गांवों के निवासियों ने राहत व्यक्त की है।