केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि उनके मंत्रालय का लक्ष्य 2030 तक दस हजार जियोग्रैफिकल इंडिकेशन-जीआई टैग जारी करने का है। नई दिल्ली में जीआई समागम को संबोधित करते हुए श्री गोयल ने कहा कि यह लक्ष्य पूरी तरह सरकारी प्रयासों से हासिल किया जाएगा और सरकार इसकी निगरानी के लिए एक समिति का गठन करेगी।
उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा अब तक जारी किए गए जीआई टैग की संख्या छह सौ पांच है। श्री गोयल ने बौद्धिक संपदा इकोसिस्टम (आईपीआर) को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। पिछले 10 वर्षों में जीआई टैग के लिए अधिकृत उपयोगकर्ताओं की संख्या 365 से बढ़कर 29 हजार हो गई और दिए गए पेटेंट की संख्या 6 हजार से बढ़कर 1 लाख हो गई।
प्रधानमंत्री के विचार ‘विकास भी और विरासत भी’ पर जोर देते हुए, श्री गोयल ने प्रधानमंत्री द्वारा रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में विभिन्न उत्पादों का उल्लेख करने सहित उनके निरंतर प्रयासों के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने आईपीआर इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए सरकार के प्रयासों में अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन फंड और एक जिला एक उत्पाद-ओडीओपी योजना का उल्लेख किया। श्री गोयल ने जीआई उत्पादों की बेहतर ब्रांडिंग की आवश्यकता पर भी बल दिया।
श्री गोयल ने बेहतर गुणवत्ता मानकों को सुनिश्चित करने के लिए एफएसएसएआई और बीआईएस के साथ सहयोग की आवश्यकता का उल्लेख किया। इस कार्यक्रम का आयोजन उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग द्वारा किया गया था।