केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा है कि भारत सहकारिता आंदोलन में वैश्विक नेता के रूप में उभरा है। एक राष्ट्रीय दैनिक में छपे आलेख में श्री शाह ने कहा कि सहकारिता क्षेत्र न केवल आर्थिक रूप से महत्वाकांक्षी व्यक्तियों को समृद्ध बनाने के लिए है, बल्कि उन्हें अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा में लाने के लिए भी है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्र सहकार से समृद्धि का उद्देश्य देश की सहकारी संस्थाओं को आत्मनिर्भर और मजबूत बनाना है। श्री शाह ने कहा कि सहकारिता आंदोलन उन लोगों के लिए परिवर्तन की अपार संभावनाएं खोलता है, जिनके पास पूंजी या बचत की कमी है।
श्री शाह ने कहा कि देश आज से दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन, महासभा और वैश्विक सहकारी सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए तैयार है। श्री शाह ने इस बात पर जोर दिया कि पिछड़े, अति पिछड़े, वंचित और समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों के उत्थान के लिए लगातार प्रयास किए गए हैं। श्री शाह ने बताया कि सरकार ने भारत में सहकारी आंदोलन को पुनर्जीवित और मजबूत करने के लिए 60 से अधिक पहल शुरु की हैं।